भिवानी: मुक्केबाजी के क्षेत्र में हरियाणा प्रदेश के खिलाड़ियों ने विश्व भर में अपनी अलग पहचान बनाई है. खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का नाम रोशन किया है. जिसमें मिनी क्यूबा भिवानी के मुक्केबाजों का भी अहम योगदान रहा. यहां के मुक्केबाजों ने समय-समय पर विभिन्न प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए अन्य युवाओं के लिए भी प्रेरणा बने हैं. इसी फेहरिस्त में अब गांव स्थानीय डीसी कॉलोनी निवासी रिदम सांगवान का नाम शामिल है.
मुक्केबाज रिदम सांगवान एशियन प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई: मुक्केबाज रिदम सांगवान ने हाल ही में 25 अप्रैल से कजाकिस्तान में होने वाली एशियन प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई करते हुए अपनी खेल प्रतिभा का जौहर दिखाने का काम किया है. इस बारे में जानकारी देते हुए रिदम के दादा कपूर सिंह सांगवान ने बताया कि 5 से 10 मई तक पुणे में मुक्केबाजी की एशियन चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाइंग प्रतियोगिता का आयोजन करवाया गया था.
92 किलो भार वर्ग के लिए खेलते हैं रिदम: मुक्केबाज रिदम सांगवान ने सेना की तरफ से खेलते हुए अंडर-22 आयु वर्ग की 92 किलोग्राम से अधिक भार वर्ग एशियन चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया. उन्होंने बताया कि रिदम एक होनहार एवं प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, जिन्होंने वर्ष 2019 में मुक्केबाजी खेल की शुरुआत की थी तथा इतने कम समय में अपनी प्रतिभा के दम पर रिदम ने सफलता हासिल की है, जो कि अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा बनी हुई है.
गोल्ड मेडल जीतना लक्ष्य: उन्होंने बताया कि रिदम अब तक विभिन्न राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपने पंच का जोर दिखा जा चुका है. उन्होंने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि रिदम सांगवान आगामी प्रतियोगिताओं में भी शानदार प्रदर्शन करते हुए देश को गोल्ड मेडल दिलाने का काम करेगा. उन्होंने कहा कि रिदम फिलहाल पुणे में रहता है तथा भिवानी निवासी कोच अजय सांई के नेतृत्व में मुक्केबाजी की बारीकियां सीख रहा है.
अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद: अपनी उपलब्धि पर रिदम सांगवान ने इसका श्रेय अपने कोच अजय सांई, दादा कपूर सिंह सांगवान सहित अन्य परिजनों व कॉलोनी वासियों को दिया. उन्होंने कहा कि उनके दादा सेवानिवृत्त सूबेदार कपूर सिंह सांगवान उनके लिए हमेशा प्रेरणा स्त्रोत रहे तथा उन्होंने अपने दादा की प्रेरणा से खेलों में भागीदारी निभाई तथा आज वे इस मुकाम तक पहुंच पाए.