रायपुर: पैरा एथलीट श्रीमंत झा ने लक्जमबर्ग में आयोजित पैरा आर्म रेसलिंग कप में +80 किलो वर्ग में रजत पदक जीता है. यह टूर्नामेंट 4 अप्रैल से 6 अप्रैल तक आयोजित किया गया था. रजत पदक जीतकर श्रीमंत झा अब एशिया पैरा आर्म रेसलिंग चैंपियनशिप के लिए क्वॉलीफाई हो गए हैं. 19 अप्रैल से 27 अप्रैल तक ईरान में ये चैंपियनशिप होगी.
रजत पदक जीतने के बाद 29 वर्षीय पैरा आर्म पहलवान श्रीमंत झा ने कहा कि ये पदक उनका नहीं बल्कि पूरे देश के लिए है. श्रीमंत ने बताया कि पैरा आर्म रेसलिंग कप के लिए उन्होंने अच्छी तैयारी की थी.
मेरे लिए यह एक विशेष जीत है. अब मेरा ध्यान अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट पर रहेगा. निश्चित रूप से जेएसपी और भारत को फिर से गौरवान्वित करने की कोशिश करूंगा. श्रीमंत झा, रजत पदक विजेता, पैरा एथलीट कप
एशिया के नंबर एक पैरा-आर्म रेसलर हैं श्रीमंत: छत्तीसगढ़ के भिलाई से ताल्लुक रखने वाले श्रीमंत झा के दोनों हाथों में चार, चार उंगलियां है. इसके बावजूद उन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपने खेल कौशल का प्रदर्शन किया है. कई स्वर्ण पदक जीते हैं. श्रीमंत झा दुनिया के तीसरे नंबर और एशिया के नंबर एक पैरा-आर्म रेसलर हैं. उन्होंने अब तक 46 अंतरराष्ट्रीय पदक जीते हैं. इससे पहले सितंबर में कजाकिस्तान में आयोजित पैरा-आर्म रेसलिंग विश्व चैंपियनशिप और पिछले साल यूएई में एशिया चैंपियनशिप में क्रमशः कांस्य और रजत पदक जीता था. माता-पिता ने श्रीमंत के ऊपर हमेशा भरोसा किया. भिलाई के दोस्तों ने भी श्रीमंत का साथ दिया.
श्रीमंत को सबने बढ़ाया हौसला: श्रीमंत की इस उपलब्धि के लिए पीपुल्स आर्म रेसलिंग फेडरेशन इंडिया की अध्यक्ष प्रीति झंगियानी, महासचिव लक्ष्मण सिंह भंडारी, छत्तीसगढ़ प्रदेश आर्म रेसलिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश बेबे, सचिव श्रीकांत और कार्यकारी अध्यक्ष कृष्णा साहू कोच ऋषभ जैन ने धन्यवाद दिया और खिलाड़ी को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं.