रुड़की: भारतीय किसान यूनियन टिकैत (टिकैत) के सैंकड़ों किसानों ने आज धरना प्रदर्शन किया. इससे पहले जब किसान ट्रैक्टर पर सवार होकर रुड़की पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें आगे जाने से रोक दिया, लेकिन किसान बैरिकेड को तोड़ते हुए आगे निकल गए. इस दौरान किसानों और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई. किसानों ने दिल्ली-हरिद्वार हाइवे पर धरना- प्रदर्शन किया. जिससे करीब दो घंटे तक हाईवे बाधित रहा. एएसडीएम युक्ता मिश्रा को ज्ञापन सौंपकर किसानों ने धरना प्रदर्शन खत्म किया.
रुड़की में किसानों का प्रदर्शन: बता दें कि एक अक्टूबर के दिन रुड़की में किसानों का प्रदर्शन होना था. इस प्रदर्शन के लिए उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के सभी किसान पहले मंगलौर गुड़ मंडी में इकट्ठा हुए और उसके बाद रुड़की के लिए रवाना हुए.
किसानों ने स्मार्ट मीटर का किया विरोध: किसान यूनियन के गढ़वाल मंडल अध्यक्ष संजय चौधरी और जिलाध्यक्ष विजय कुमार शास्त्री ने ऊर्जा निगम की ओर से लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर का विरोध करते हुए कहा कि किसान के घर स्मार्ट मीटर नहीं लगने दिए जाएंगे. इसके लिए उन्हें चाहे कितना ही बड़ा आंदोलन क्यों ना करना पड़े. उन्होंने सीपीयू पुलिस की ओर से जगह-जगह चेकिंग के नाम पर महंगे चालान करने का भी विरोध किया. उन्होंने कहा कि महंगे चालान कतई बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे.
बिजली फ्री देने की मांग: प्रदर्शनकारियों ने कहा कि भाजपा सरकार में आम जनता और किसान परेशान हैं. उन्होंने कहा कि कई राज्यों में किसानों को फ्री बिजली दी जा रही है. हमारा प्रदेश ऊर्जा प्रदेश है, इसलिए यहां पर भी सरकार को बिजली फ्री देनी चाहिए. इसी बीच प्रदर्शनकारियों ने गन्ने का मूल्य पांच सौ रुपए क्विंटल करने और गन्ने का मूल्य हर साल देने की मांग रखी.
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