भरतपुर. जिले की नदबई थाना पुलिस ने रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ये आरोपी पहले तो भोले-भाले बेरोजगार युवाओं से रेलवे के अधिकारी बनकर मिलते और उसके बाद झांसे में लेकर उन्हें रेलवे की नौकरी का फर्जी मोहर लगाकर फर्जी जॉइनिंग लेटर भेज देते. अब तक ये आरोपी करीब 25 युवाओं के साथ ठगी कर 80-90 लाख रुपए की ठगी को अंजाम दे चुके हैं. फिलहाल पुलिस तीनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
भरतपुर पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि जिले के नदबई थाना क्षेत्र में एएसपी उच्चैन रामकल्याण मीणा व सीओ नदबई पूनम भरगड़ के नेतृत्व में पुलिस टीम ने रेलवे नौकरी लगाने के नाम पर लाखों रुपए ठगने वाले तीन आरोपियों को पकड़ा है. पकड़े गए आरोपियों में नदबई निवासी मास्टर माइंड कपिल जिंदल, दोस्त श्याम सिंह जाटव और ई-मित्र संचालक जयपाल जाटव शामिल हैं.
एसपी कच्छावा ने बताया कि आरोपियों से की गई पूछताछ में सामने आया कि तीनों आरोपी जुआ, सट्टा खेलने के आदी थे. तीनों पर कर्ज हो गया तो पैसा कमाने के लिए बेरोजगार युवाओं को रेलवे में ग्रुप डी की नौकरी लगाने का झांसा देने लगे. इसके लिए शातिर आरोपी जयपाल जाटव को रेलवे का अधिकारी बताकर युवाओं व परिजनों से मिलाते. उसके बाद लोगों को झांसे में लेकर उनको नॉर्थ रेलवे के चीफ पर्सनल ऑफिसर के नाम की फर्जी मोहर लगाकर डाक से फर्जी जॉइनिंग लेटर भेज देते और लाखों रुपए हड़प लेते.
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एसपी कच्छावा ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ चार पीड़ितों ने मामला दर्ज कराया, तो अनुसंधान में सामने आया कि आरोपी अब तक करीब 25 युवाओं के साथ रेलवे नौकरी के नाम पर ठगी कर चुके हैं. तीनों आरोपी अब तक करीब 90 लाख रुपए हड़प कर आपस में बांट लिए. ये आरोपी तीन साल से भोले-भाले युवाओं को झांसे में लेकर रुपए हड़प रहे हैं. आरोपियों के कब्जे से रेलवे अधिकारी की फर्जी सील, लैपटॉप, उपकरण आदि बरामद किए हैं. आरोपियों के बैंक खातों की डिटेल भी जुटाई जा रही है.