भरतपुर: शहर के कुम्हैर गेट चौराहे पर बुधवार दोपहर को सैकड़ों की संख्या में एससी-एसटी समाज के लोग इकट्ठे हुए. यहां से रैली के रूप में भीड़ शहर के कोतवाली, लक्ष्मण मंदिर चौराहा, चौबुर्जा, बिजली घर चौराहा होते हुए जिला कलेक्ट्रेट तक पहुंची. रैली में लोग हाथों में संगठन के झंडे और स्लोगन लिखी तख्तियां लिए नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पर इकठ्ठा हुए. यहां सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपना ज्ञापन एडीएम और एसडीएम को सौंपा.
बसपा जिलाध्यक्ष मोती सिंह ने कहा कि यह रैली भारत बंद के तहत सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ निकाली गई है. सुप्रीम कोर्ट ने एससी एसटी आरक्षण को लेकर जो फैसला दिया है. पूरा समाज उसका विरोध करता है. उन्होंने बताया कि भारत बंद के दौरान शांतिपूर्ण तरीके से रैली निकाली गई. कहीं किसी तरह की अशांति नहीं फैलाई गई.
बुधवार दोपहर को शहर के कुम्हेर गेट चौराहे पर सैकड़ों की संख्या में एससी-एसटी समाज के लोग इकट्ठे हुए. यहां से रैली के रूप में भारी भीड़ शहर के कोतवाली, लक्ष्मण मंदिर चौराहा, चौबुर्जा, बिजली घर चौराहा होते हुए जिला कलेक्टर कार्यालय तक पहुंची. रैली में लोग हाथों में संगठन के झंडे और स्लोगन लिखी तख्तियां लिए नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पर इकठ्ठा हुए. यहां सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपना ज्ञापन एडीएम और एसडीएम को सौंपा.
बसपा जिलाध्यक्ष मोती सिंह ने कहा कि यह रैली भारत बंद के तहत सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ निकाली गई है. सुप्रीम कोर्ट ने एससी एसटी आरक्षण को लेकर जो फैसला दिया है, पूरा समाज उसका विरोध करता है. उन्होंने बताया कि भारत बंद के दौरान शांतिपूर्ण तरीके से रैली निकाली गई. कहीं किसी तरह की अशांति नहीं फैलाई गई.
पुलिस की रही पुख्ता व्यवस्था: भारत बंद के तहत विरोध प्रदर्शन और रैली के आयोजन को देखते हुए पुलिस एवं प्रशासन बुधवार सुबह से ही अलर्ट मोड पर रहा. भरतपुर शहर के रैली मार्ग और मुख्य चौराहों पर भारी संख्या में पुलिस जाप्ता तैनात रहा. जिला कलेक्टर डॉ अमित यादव और पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि जिलेभर में विरोध प्रदर्शन और रैलियां शांतिपूर्ण तरीके से निकाली गई. जिला प्रशासन ने एससी-एसटी वर्ग, व्यापारी और सभी लोगों का शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने पर आभार जताया. गौरतलब है कि भारत बंद के चलते बुधवार को जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों व कॉलेज की छुट्टी कर दी गई.सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारी को प्रसारित होने से रोकने के लिए जिले में सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक के लिए इंटरनेट सेवा भी अस्थाई रूप से बंद रही.
मकराना: अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर बुधवार को मकराना और बोरावड़ सहित पूरे विधानसभा क्षेत्र में औद्योगिक प्रतिष्ठान व बाजार बंद रहे. अनुसूचित जाति व जनजाति आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति से जुड़े लोग सुबह बोरावड़ में अंबेडकर सर्किल पर इकट्ठा हुए. उन्होंने एससी एसटी आरक्षण वर्गीकरण को लेकर दिए गए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध जताया. समिति सदस्य गंगाराम मेघवाल, जेपी सेलवाड़, बिरदाराम नायक ने बताया कि भारतीय संविधान की मूल भावना में बदलाव कतई बर्दाश्त नहीं होगा. इसके लिए पूरा देश एकजुट है. बोरावड़ से आक्रोश रैली रवाना हुई जो कि हाथी गेट, सदरबाजार, जाटाबास चौराहा, घाटी चौराहा, मकराना पुलिया, न्यायालय, एलएमबी होटल, गौड़ाबास, सुभाष नगर होते हुए दोपहर में उपखण्ड कार्यालय पहुंची. यहां उपखंड अधिकारी सुनील कुमार को ज्ञापन सौंपा.
नीमकाथाना: एससी एसटी के आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में भारत बंद के आह्वान पर नीमकाथाना के बाजार पूरे तरीके से बंद रहे. इस दौरान एससी एसटी के विभिन्न संगठनों के द्वारा शांति पूर्व तरीके से रैली निकाल कर विरोध जताया. रैली अंबेडकर छात्रावास से शुरू होकर मुख्य मार्गों से हुए कलेक्ट्रेट पहुंची. यहां पर जिला कलेक्टर को मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा. संघर्ष समिति के सदस्य कपिल देव ने बताया कि रैली के बाद जिला कलेक्टर शरद मेहरा को ज्ञापन सौंपा.