सरगुजा: सरगुजा में भारत बंद का असर फीका दिखा. अम्बिकापुर में एसटी-एससी समाज के लोग सड़क पर निकले. शहर के मुख्य मार्गों में दुकानों को बंद कराया गया. भारी संख्या में पुलिस के जवान मुस्तैद दिखे. इस बीच रैली निकाल लोग गांधी चौक पर धरने पर बैठे. यहां चारों मार्ग को बंद कर कलेक्टर सरगुजा को ज्ञापन देने की मांग की गई. हालांकि कुछ खास असर बंद का यहां नहीं दिखा.
सरगुजा में नहीं दिखा बंद का असर: सरगुजा में बुधवार को सुबह से ही स्कूल, कॉलेज, व्यवसायिक प्रतिष्ठान, सड़क परिवहन समेत तमाम सेवाएं चालू रही. दोपहर करीब 3 बजे के बाद एसटी-एससी समाज के लोग रैली की शक्ल में सड़क पर निकले और व्यापारियों से दुकान बंद करने का अनुरोध करने लगे. इसके बाद व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद की, लेकिन रैली के आगे बढ़ते ही दोबारा संस्थान खुल गया.
"क्रीमी लेयर वालों का आरक्षण समाप्त करने का आदेश आदिवासियों का अहित करने वाला है, क्योंकि ढाई लाख की कमाई वाला भी क्रीमी लेयर में आ जाएगा, जिससे चपरासी भी क्रीमी लेयर में शामिल हो जाएगा. हम इसका विरोध कर रहे हैं. पूरे देश में आज भारत बंद कर शान्ति पूर्ण तरीके संपन्न कराया गया. इस दौरान हमने अपना विरोध दर्ज कराया." -राजा राम लकड़ा, आदिवासी नेता
बता दें कि आदिवासी समाज की ओर से बुधवार को भारत बंद किया गया. हालांकि सरगुजा में इसका कोई खास असर नहीं दिखा. आंदोलनकारी सांकेतिक रूप से प्रदर्शन करते सड़क पर निकले और गांधी चौक में चक्का जाम कर अपनी मांगों को लेकर आवाज उठाया.