भिवानी/सोनीपत/सिरसा/जींद: शुक्रवार को किसानों ने भारत बंद का ऐलान किया था. हरियाणा में भारत बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला. बात करें भिवानी की तो यहां भारत बंद का असर देखने को मिला. एक ओर जहां ठेका स्वास्थ्य कर्मियों ने हड़ताल रखी, तो दूसरी ओर रोडवेज विभाग ने भारत बंद को समर्थन देते हुए चक्का जाम किया. इसके अलावा किसानों ने भी भिवानी के टोल को तीन घंटे के लिए फ्री करवाया.
भिवानी में दिखा भारत बंद का असर: इस मौके पर रोडवेज कर्मियों ने कहा कि वो लगातार सरकार से लंबित मांगों को पूरा करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रही. रोडवेज कर्मचारियों की मांग है कि खाली पड़े पदों को भरा जाए, कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए, पुरानी पेंशन बहाल की जाए, ठेका प्रथा बंद की जाए. इन्हीं सभी मांगों को लेकर उन्होंने भारत बंद का समर्थन करते हुए तीन घंटे की सांकेतिक हड़ताल की.
सोनीपत में भारत बंद का असर देखने को मिला. किसानों ने नेशनल हाईवे 44 पर टोल प्लाजा को दोपहर 12 बजे से लेकर 3 बजे तक फ्री करवाया. इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. किसानों का कहना है कि 18 तारीख को हमारी एक और महत्वपूर्ण बैठक ब्रह्म सरोवर कुरुक्षेत्र में होनी है. उसके बाद हम ये फैसला लेंगे कि आगे क्या करना है.
सिरसा में किसानों ने करवाया टोल फ्री: सिरसा में किसानों ने भावदीन टोल प्लाजा को 12 बजे से तीन बजे तक के लिए 3 घंटे फ्री किया. इस दौरान किसान टोल प्लाजा पर काफी संख्या में इकट्ठे हुए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. किसानों ने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों की मांगे मानी थी, लेकिन उन्हें अभी तक लागू नहीं किया. अब किसान अपनी मांगो को लेकर जब एक बार फिर से दिल्ली जा रहा है, तो उसे रोकने के लिए आंसू गैस के गोले और लाठी डंडों बरसा कर उनको रोका जा रहा है.
जींद जिले में भारत बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला. अखिल भारतीय किसान सभा के राज्य अध्यक्ष बलबीर सिंह गुरुसर की अध्यक्षता में नरवाना में देवीलाल स्कूल के पास हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर जाम लगाया गया. वहीं बस अड्डा नरवाना के सामने जींद-पटियाला नेशनल हाईवे को जाम किया गया. बस अड्डा नरवाना में धरना पर बैठे कर्मचारियों ने इसका समर्थन किया. उचाना में संयुक्त किसान मोर्चा व ट्रेड यूनियन व कर्मचारी संगठनों ने नेशनल हाईवे पर आजाद आजाद के नेतृत्व में जाम लगाया.
रोडवेज कर्मचारियों ने किया चक्का जाम: पुरानी पेंशन नीति को बहाल करने, एक्सग्रेसिया नीति, शिक्षा परिवहन, स्वास्थ्य, जलापूर्ति, सड़क सहित अन्य विभागों में ठेका प्रथा, निजीकरण, अनुबंध प्रणाली, किसानों की मांगों को लेकर रोडवेज कर्मचारियों ने हड़ताल की. शुक्रवार सुबह जींद के सामान्य बस अड्डे पर रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया था. जींद के बाजार भी सामान्य दिन की तरह खुले रहे.