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अब सीएम भजनलाल बदलेंगे वसुंधरा का ये फैसला! चर्चा ने उड़ाई कर्मचारियों की नींद - 6 working day in week - 6 WORKING DAY IN WEEK

भजनलाल सरकार एक ऐसा फैसला करने का मन बनाया है, जिसने सरकारी कर्मचारियों की आंखों से नींद उड़ाकर रख दी है. वो फैसला है कर्मचारी के 5 डे वीक की, 6 डे वीक में बदलने का फैसला.

6 working day in week
6 working day in week (ETV Bharat GFX Team)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 2, 2024, 7:44 PM IST

वसुंधरा सरकार का फैसला बदल सकती भजनलाल सरकार. (ETV Bharat jaipur)

जयपुर. राजस्थान में दो चरणों में लोकसभा चुनाव खत्म हो चुके हैं. परिणाम अब 4 जून को आएंगे, लेकिन उससे प्रदेश की भजनलाल सरकार कर्मचारियों को लेकर पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार का फैसला बदल सकती है. हालांकि, उस फैसले को लेकर अभी तक सरकार की ओर से आधिकारिक आदेश जारी नहीं हुआ, लेकिन आदेश की चर्चाओं ने प्रदेश में भजनलाल सरकार के खिलाफ पहले आंदोलन को हवा दे रहा है. भजनलाल सरकार ने एक ऐसा फैसला करने का मन बनाया है, जिसने सरकारी कर्मचारियों की आंखों से नींद उड़ाकर रख दी है. वो फैसला है कर्मचारी के 5 डे वीक की, 6 डे वीक करने का.

कर्मचारी 5 दिन नहीं 6 दिन करेंगे काम : दरअसल, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जल्द ही सरकारी कर्मचारियों के लिए सप्ताह में 6 दिन काम करने वाला फैसला सुना सकते हैं. चर्चा है इसको लेकर सचिवालय में मुख्य सचिव के स्तर पर फाइल सचिवालय में दौड़ भी रही है. हालांकि, फैसला आने से पहले ही कर्मचारियों की बेचैनी बढ़ गई है और इसको लेकर कर्मचारियों ने विरोध भी प्रकट करना शुरू कर दिया है. अखिल राजस्थान राज्य संयुक्त कर्मचारी महासंघ एकीकृत के प्रदेश अध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़ ने राज्य सरकार से मांग की है कि यदि राज्य सरकार द्वारा सरकारी कार्यालय में 5 दिन के बजाय 6 दिन का सप्ताह किया जाएगा, तो कर्मचारी इसका पुरजोर विरोध करेंगे.

इसे भी पढ़ें-तो भजनलाल सरकार का बड़ा फैसला बढ़ा सकता है कर्मचारियों में बेचैनी ! - Changes In Employees Holidays

गजेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि राज्य में वर्ष 2008 में केंद्र के अनुरूप पांच दिनों का सप्ताह लागू किया गया था, इससे कर्मचारियों को सप्ताह में आधा घंटे अधिक काम करना पड़ता है, लेकिन शनिवार को कार्यालय में नहीं आना पड़ता. इससे सरकार को ही अधिक फायदा है, क्योंकि उसके एक दिन के लिए बिजली और आवश्यक खर्च बचते हैं. वहीं, कर्मचारियों को अपना सामाजिक और निजी जिन्दगी में अधिक समय मिल पाता है. अनेक देशों में कर्मचारी कल्याण के अंतर्गत चार दिन का सप्ताह करने की बात चल रही है. उन्होंने कहा कि बैंकों में भी पांच दिवसीय सप्ताह शुरू किया जा रहा है, सरकार की विपरीत सोच से कर्मचारियों में अत्यंत आक्रोश व्याप्त हो गया है. सरकार को कर्मचारी विरोधी कोई कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे कर्मचारी कार्य की बजाए आंदोलन पर उतरना पड़े.

बदलेगा वसुंधरा सरकार का फैसला : बता दें कि 30 अगस्त 2008 में तत्कालीन वसुंधरा सरकार सरकारी दफ्तरों में 'फाइव डे वीक' लागू किया था, जो अभी तक चल रहा है. इस नियम के तहत कर्मचारियों को सोमवार से शुक्रवार तक काम करना होता है. इसके बाद शनिवार और रविवार को वीकली ऑफ होने के कारण उन्हें अवकाश मिल रहा है. जब 'फाइव डे वीक' लागू किया तह तब कर्मचारियों के समय में बदलाव करते हुए सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे के समय को सुबह 9 से शाम 6 बजे किया गया था, लेकिन अब फिर से चर्चा शुरू हो गई है कि भजनलाल सरकार नया बदलाव कर 6 डे वीक लागू कर सकती है.

वसुंधरा सरकार का फैसला बदल सकती भजनलाल सरकार. (ETV Bharat jaipur)

जयपुर. राजस्थान में दो चरणों में लोकसभा चुनाव खत्म हो चुके हैं. परिणाम अब 4 जून को आएंगे, लेकिन उससे प्रदेश की भजनलाल सरकार कर्मचारियों को लेकर पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार का फैसला बदल सकती है. हालांकि, उस फैसले को लेकर अभी तक सरकार की ओर से आधिकारिक आदेश जारी नहीं हुआ, लेकिन आदेश की चर्चाओं ने प्रदेश में भजनलाल सरकार के खिलाफ पहले आंदोलन को हवा दे रहा है. भजनलाल सरकार ने एक ऐसा फैसला करने का मन बनाया है, जिसने सरकारी कर्मचारियों की आंखों से नींद उड़ाकर रख दी है. वो फैसला है कर्मचारी के 5 डे वीक की, 6 डे वीक करने का.

कर्मचारी 5 दिन नहीं 6 दिन करेंगे काम : दरअसल, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जल्द ही सरकारी कर्मचारियों के लिए सप्ताह में 6 दिन काम करने वाला फैसला सुना सकते हैं. चर्चा है इसको लेकर सचिवालय में मुख्य सचिव के स्तर पर फाइल सचिवालय में दौड़ भी रही है. हालांकि, फैसला आने से पहले ही कर्मचारियों की बेचैनी बढ़ गई है और इसको लेकर कर्मचारियों ने विरोध भी प्रकट करना शुरू कर दिया है. अखिल राजस्थान राज्य संयुक्त कर्मचारी महासंघ एकीकृत के प्रदेश अध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़ ने राज्य सरकार से मांग की है कि यदि राज्य सरकार द्वारा सरकारी कार्यालय में 5 दिन के बजाय 6 दिन का सप्ताह किया जाएगा, तो कर्मचारी इसका पुरजोर विरोध करेंगे.

इसे भी पढ़ें-तो भजनलाल सरकार का बड़ा फैसला बढ़ा सकता है कर्मचारियों में बेचैनी ! - Changes In Employees Holidays

गजेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि राज्य में वर्ष 2008 में केंद्र के अनुरूप पांच दिनों का सप्ताह लागू किया गया था, इससे कर्मचारियों को सप्ताह में आधा घंटे अधिक काम करना पड़ता है, लेकिन शनिवार को कार्यालय में नहीं आना पड़ता. इससे सरकार को ही अधिक फायदा है, क्योंकि उसके एक दिन के लिए बिजली और आवश्यक खर्च बचते हैं. वहीं, कर्मचारियों को अपना सामाजिक और निजी जिन्दगी में अधिक समय मिल पाता है. अनेक देशों में कर्मचारी कल्याण के अंतर्गत चार दिन का सप्ताह करने की बात चल रही है. उन्होंने कहा कि बैंकों में भी पांच दिवसीय सप्ताह शुरू किया जा रहा है, सरकार की विपरीत सोच से कर्मचारियों में अत्यंत आक्रोश व्याप्त हो गया है. सरकार को कर्मचारी विरोधी कोई कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे कर्मचारी कार्य की बजाए आंदोलन पर उतरना पड़े.

बदलेगा वसुंधरा सरकार का फैसला : बता दें कि 30 अगस्त 2008 में तत्कालीन वसुंधरा सरकार सरकारी दफ्तरों में 'फाइव डे वीक' लागू किया था, जो अभी तक चल रहा है. इस नियम के तहत कर्मचारियों को सोमवार से शुक्रवार तक काम करना होता है. इसके बाद शनिवार और रविवार को वीकली ऑफ होने के कारण उन्हें अवकाश मिल रहा है. जब 'फाइव डे वीक' लागू किया तह तब कर्मचारियों के समय में बदलाव करते हुए सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे के समय को सुबह 9 से शाम 6 बजे किया गया था, लेकिन अब फिर से चर्चा शुरू हो गई है कि भजनलाल सरकार नया बदलाव कर 6 डे वीक लागू कर सकती है.

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