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टिकट कटने से नाराज BJP सांसद रमेश बिंद होंगे सपाई; क्या मिर्जापुर सीट पर बिगाड़ेंगे अनुप्रिया पटेल का गणित? - BJP MP Ramesh Bind Angry

लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा ज्वाइन करने वाले रमेश चंद्र बिंद को पार्टी ने भदोही से प्रत्याशी बनाया था. जहां से रमेश चंद्र बिंद बसपा के रंगनाथ मिश्र को हराकर पहली बार सांसद चुने गए थे. मिर्जापुर के रहने वाले रमेश चंद्र 2002 से लेकर 2017 तक मिर्जापुर की ही मंडावा तीन बार विधायक रहे.

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भदोही बीजेपी सांसद रमेश बिंद (फोटो क्रेडिट; स्वयं रमेश बिंद)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : May 10, 2024, 6:02 PM IST

Updated : May 10, 2024, 6:27 PM IST

लखनऊ: टिकट कटने के बाद भारतीय जनता पार्टी के पूर्वांचल के एक सांसद अब समाजवादी पार्टी के होने जा रहे हैं. पूर्वांचल की भदोही लोकसभा सीट से वर्तमान सांसद रमेश बिंद भारतीय जनता पार्टी का दामन छोड़कर सपा की साइकिल पर सवार हो सकते हैं.

बीजेपी ने इस बार भदोही लोकसभा सीट से अपने प्रत्याशी के चयन में बदलाव किया है और रमेश बिंद की जगह अब विनोद कुमार बिंद को प्रत्याशी के तौर पर भदोही लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा है. टिकट कटने से रमेश में नाराज चल रहे हैं और अपने वाट्सएप की डीपी पर नाराजगी दिखा रहे हैं.

लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा ज्वाइन करने वाले रमेश चंद्र बिंद को पार्टी ने भदोही से प्रत्याशी बनाया था. जहां से रमेश चंद्र बिंद बसपा के रंगनाथ मिश्र को हराकर पहली बार सांसद चुने गए थे. मिर्जापुर के रहने वाले रमेश चंद्र 2002 से लेकर 2017 तक मिर्जापुर की ही मंडावा तीन बार विधायक रहे.

लेकिन, इस बार भारतीय जनता पार्टी ने भदोही से रमेश बिंद की जगह डॉ. विनोद बिंद को प्रत्याशी बनाकर चुनावी मैदान में उतार दिया है. विनोद बिंद वर्तमान समय में निषाद पार्टी से मिर्जापुर की मंझवा विधानसभा सीट से विधायक हैं.

मिर्जापुर से समाजवादी पार्टी बना सकती है प्रत्याशी: रमेश चंद्र ने आज अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से अपनी पिक्चर को हटाते हुए समाजवादी पार्टी के साइकिल की पिक्चर को लगा दिया है. जिसके बाद चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. चर्चा हो रही है कि रमेश चंद्र बिंद जल्द ही साइकिल पर सवार हो सकते हैं.

सातवें चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है. 1 जून को भदोही लोकसभा सीट पर मतदान होना है. इसी बीच यह भी खबर सामने आ रही है कि सपा उन्हें मिर्जापुर लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के खिलाफ चुनावी मैदान में उतार सकती है. ऐसा करके सपा अनुप्रिया पटेल का गणित बिगाड़ सकती है.

समाजवादी पार्टी ने मिर्जापुर प्रत्याशी के नामांकन करने पर लगाया रोक: भदोही लोकसभा सीट को समाजवादी पार्टी ने इंडिया गठबंधन के तहत तृणमूल कांग्रेस को दिया है. जहां से यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कमलापति त्रिपाठी के पोते ललितेश पतित त्रिपाठी को ममता बनर्जी ने उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतारा है.

वहीं सपा ने मिर्जापुर से राजेंद्र एस बिना को प्रत्याशी के तौर पर टिकट दिया है. राजेंद्र आज अपना नामांकन भी करने वाले थे लेकिन सूत्रों की मानें तो पार्टी के द्वारा नामांकन करने पर रोक लगा दी गई है, जिसके बाद राजेंद्र ने रमेश बिंद पर आरोप लगाया कि रमेश बिंद उनका टिकट कटवा रहे हैं.

बता दें कि यूपी के पूर्वांचल में बिंद जाति सबसे ज्यादा प्रभावशाली मानी जाती है. लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने बिंद समाज से आने वाली संगीता बलवंत को राज्यसभा सदस्य बनाया था. इससे पहले वह गाजीपुर की सदर सीट से 2017 से 22 तक विधायक भी थीं. जबकि रमेश बिंद की जगह पर विनोद बिंद को प्रत्याशी बनाया है. ऐसे में रमेश बिंद के भाजपा छोड़ने से सपा को फायदा मिलने के आसार भी नजर आ रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः पुलिस को सत्ता की धौंस; भाजपा MLC बोले, ACP माफी मांगे नहीं तो योगी से कहकर सस्पेंड करा देंगे

लखनऊ: टिकट कटने के बाद भारतीय जनता पार्टी के पूर्वांचल के एक सांसद अब समाजवादी पार्टी के होने जा रहे हैं. पूर्वांचल की भदोही लोकसभा सीट से वर्तमान सांसद रमेश बिंद भारतीय जनता पार्टी का दामन छोड़कर सपा की साइकिल पर सवार हो सकते हैं.

बीजेपी ने इस बार भदोही लोकसभा सीट से अपने प्रत्याशी के चयन में बदलाव किया है और रमेश बिंद की जगह अब विनोद कुमार बिंद को प्रत्याशी के तौर पर भदोही लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा है. टिकट कटने से रमेश में नाराज चल रहे हैं और अपने वाट्सएप की डीपी पर नाराजगी दिखा रहे हैं.

लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा ज्वाइन करने वाले रमेश चंद्र बिंद को पार्टी ने भदोही से प्रत्याशी बनाया था. जहां से रमेश चंद्र बिंद बसपा के रंगनाथ मिश्र को हराकर पहली बार सांसद चुने गए थे. मिर्जापुर के रहने वाले रमेश चंद्र 2002 से लेकर 2017 तक मिर्जापुर की ही मंडावा तीन बार विधायक रहे.

लेकिन, इस बार भारतीय जनता पार्टी ने भदोही से रमेश बिंद की जगह डॉ. विनोद बिंद को प्रत्याशी बनाकर चुनावी मैदान में उतार दिया है. विनोद बिंद वर्तमान समय में निषाद पार्टी से मिर्जापुर की मंझवा विधानसभा सीट से विधायक हैं.

मिर्जापुर से समाजवादी पार्टी बना सकती है प्रत्याशी: रमेश चंद्र ने आज अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से अपनी पिक्चर को हटाते हुए समाजवादी पार्टी के साइकिल की पिक्चर को लगा दिया है. जिसके बाद चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. चर्चा हो रही है कि रमेश चंद्र बिंद जल्द ही साइकिल पर सवार हो सकते हैं.

सातवें चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है. 1 जून को भदोही लोकसभा सीट पर मतदान होना है. इसी बीच यह भी खबर सामने आ रही है कि सपा उन्हें मिर्जापुर लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के खिलाफ चुनावी मैदान में उतार सकती है. ऐसा करके सपा अनुप्रिया पटेल का गणित बिगाड़ सकती है.

समाजवादी पार्टी ने मिर्जापुर प्रत्याशी के नामांकन करने पर लगाया रोक: भदोही लोकसभा सीट को समाजवादी पार्टी ने इंडिया गठबंधन के तहत तृणमूल कांग्रेस को दिया है. जहां से यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कमलापति त्रिपाठी के पोते ललितेश पतित त्रिपाठी को ममता बनर्जी ने उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतारा है.

वहीं सपा ने मिर्जापुर से राजेंद्र एस बिना को प्रत्याशी के तौर पर टिकट दिया है. राजेंद्र आज अपना नामांकन भी करने वाले थे लेकिन सूत्रों की मानें तो पार्टी के द्वारा नामांकन करने पर रोक लगा दी गई है, जिसके बाद राजेंद्र ने रमेश बिंद पर आरोप लगाया कि रमेश बिंद उनका टिकट कटवा रहे हैं.

बता दें कि यूपी के पूर्वांचल में बिंद जाति सबसे ज्यादा प्रभावशाली मानी जाती है. लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने बिंद समाज से आने वाली संगीता बलवंत को राज्यसभा सदस्य बनाया था. इससे पहले वह गाजीपुर की सदर सीट से 2017 से 22 तक विधायक भी थीं. जबकि रमेश बिंद की जगह पर विनोद बिंद को प्रत्याशी बनाया है. ऐसे में रमेश बिंद के भाजपा छोड़ने से सपा को फायदा मिलने के आसार भी नजर आ रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः पुलिस को सत्ता की धौंस; भाजपा MLC बोले, ACP माफी मांगे नहीं तो योगी से कहकर सस्पेंड करा देंगे

Last Updated : May 10, 2024, 6:27 PM IST
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