बेमेतरा: बेमेतरा के चेचानमेटा में दशहरे के दिन हुए विवाद पर राजनीति उठा पटक का दौर जारी है. यहां साजा से बीजेपी विधायक ईश्वर साहू के बेटे कृष्णा साहू और आदिवासी युवक के बीच मारपीट की घटना हुई थी. अब यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है. दोनों पक्षों ने एक दूसरे खिलाफ केस दर्ज कराया. उसके बाद अब सर्व समाज और आदिवासी समाज ने इसे लेकर थाने में ज्ञापन सौंपा है. सर्व समाज ने मनीष मंडावी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. जबकि आदिवासी समाज ने कृष्णा साहू के खिलाफ एक्शन की मांग की है. दोनों ने अपने ऊपर हुए एफआईआर को शून्य घोषित करने की मांग की है.
क्या है चेचानमेटा विवाद? : 13 अक्टूबर को दशहरे कि दिन चेचानमेटा में दशहरा उत्सव का आयोजन किाय गया था. यहां साजा विधायक ईश्वर साहू के बेटे कृष्णा साहू और आदिवासी समाज के युवक मनीष मंडावी के बीच किसी बात को लेकर मारपीट हो गई. उसके बाद इस केस में 14 अक्टूबर को मनीष मंडावी ने कृष्णा साहू के खिलाफ मारपीट और गालीगलौज देने की शिकायत दी. 15 अक्टूबर को पुलिस ने कृष्णा साहू के खिलाफ केस दर्ज किया. 16 अक्टूबर को इस केस में कृष्णा साहू ने मनीष मंडावी के खिलाफ केस दर्ज कराया है. इसमें तीन लोगों के खिलाफ मारपीट और लूटपाट की घटना का केस दर्ज है.
सर्व समाज ने भरी हुंकार: सर्व समाज के एक प्रतिनिधिमंडल ने साजा पुलिस थाना एवं बेमेतरा पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू को ज्ञापन सौंपा है. साजा के ईश्वर साहू के पुत्र कृष्णा साहू के ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताया है. इसके साथ ही मनीष मंडावी द्वारा कृष्णा साहू के खिलाफ कराए गए एफआईआर को शून्य करने और मनीष मंडावी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.
मामले में दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ अपराध दर्ज कराया है. केस में पारदर्शिता के साथ जांच की जाएगी: रामकृष्ण साहू, पुलिस अधीक्षक बेमेतरा
आदिवासी समाज ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन: इस केस में आदिवासी समाज ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है. इस ज्ञापन के जरिए विधायक ईश्वर साहू के बेटे कृष्णा साहू पर कार्रवाई की मांग की है. इसके साथ ही मनीष मंडावी पर किए गए एफआईआर को शून्य करने की मांग की है.