लखनऊ: समाजवादी पार्टी के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मांग किया कि, निष्पक्ष मतगणना के लिए मिर्जापुर के जिलाधिकारी को मतगणना स्थल पर प्रवेश से रोक लगाई जाए. प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने महिला से छेड़खानी के आरोपी शशि भूषण लाल सुशील को देवीपाटन का मण्डलायुक्त नियुक्त किए जाने पर भी आपत्ति जताई है.
मुख्य निर्वावन अधिकारी को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि, समाजवादी पार्टी के मिर्जापुर के जिलाध्यक्ष देवी प्रसाद चौधरी ने लिखित शिकायत किया है कि, पॉलिटेक्निक कॉलेज के पीछे की बाउंड्री तोड़ दी गई है, वहां कैमरा भी नहीं लगा है. सुरक्षा की दृष्टि से कैमरा लगवाया जाय. साथ ही आरोपी भी लगाया गया कि, शासन और प्रशासन की मंशा ठीक नहीं लग रही है. निष्पक्ष मतगणना सम्भव नहीं है. इससे पहले भी मिर्जापुर के जिलाधिकारी पर निष्पक्ष चुनाव न कराये जाने का आरोप लगा था. साथ ही सपा की ओर से आरोप लगाया गया कि, बीजेपी प्रत्याशी के रिश्तेदार भी जिलाधिकारी हैं. इसलिए मतगणना निष्पक्ष होने में संशय है.
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि, लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2024 में मतगणना मंगलवार 4 जून को सम्पन्न होगी. मतगणना से पूर्व सोमवार 3 जून को महिला से छेड़खानी का आरोपी दागदार शशि भूषण लाल सुशील को देवी पाटन का मण्डलायुक्त नियुक्त कर दिया गया. सरकार और प्रशासन की मंशा मतगणना में धांधली कराने की है. नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है. निर्वाचन आयोग की साख पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
समाजवादी पार्टी ने मांग की है कि मंगलवार 04 जून को लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2024 की मतगणना संपन्न होने तक देवी पाटन के मण्डलायुक्त पद पर शशि भूषण लाल सुशील की नियुक्ति पर पूर्ण रूप से रोक लगाई जाय, जिससे मतगणना निष्पक्ष, भयमुक्त और स्वतंत्र सम्पन्न हो सके.
समाजवादी पार्टी ने मांग की है कि, मिर्जापुर जिले के जिलाधिकारी को मतगणना स्थल पर प्रवेश करने पर रोक लगाई जाए, किसी अन्य अधिकारी की देखरेख में मतगणना कार्य कराया जाय. साथ ही बाउंड्री तोड़े जाने की घटना की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाय. और तत्काल कैमरा लगाकर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात करके स्ट्रांग रूम की सुरक्षा और पुख्ता की जाए, जिससे लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 की मतगणना निष्पक्ष, निर्भीक एवं स्वतंत्र हो सके.
ये भी पढ़ें: सपा नेता रामगोपाल की शिकायत पर चुनाव आयोग ने दो अफसरों को हटाया, आचार संहिता समाप्त होने तक नहीं मिलेगी पोस्टिंग