जगदलपुर: दंतेवाड़ा में सड़क हादसे में मारी गई शिक्षिका हेमा सिंह को टीचरों ने श्रद्धांजलि दी है. बीते दिनों दंतेवाड़ा में एक सड़क दुर्घटना में शिक्षिका हेमा सिंह की मौत हो गई थी. जगदलपुर के शिक्षक समाज और अन्य लोगों ने उन्हें बुधवार को श्रद्धांजलि दी है. हेमा सिंह की याद में शिक्षकों ने कैंडल मार्च निकाला है. जगदलपुर शहर के लालबाग से कोतवाली चौक तक सहायक शिक्षक कैंडल मार्च करते हुए पहुंचे. उसके बाद मौन धारण कर दिवंगत सहायक शिक्षिका को श्रद्धांजलि अर्पित की गई.
शिक्षिकों ने सड़क हादसों को रोकने की मांग की: इस दौरान शिक्षकों ने बस्तर में सड़क हादसे रोकने की मांग जिला प्रशासन से की है. इसके साथ ही उन्होंने नौकरी को बचाने की मांग सरकार से की है. गौरतलब है कि साल 2023 में बस्तर और सरगुजा संभाग में 6000 सहायक शिक्षकों के पद पर भर्ती हुई थी. इनमें से 2897 बीएड डिग्रीधारी भी शामिल रहे. हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने एक निर्णय देते हुए सहायक शिक्षक पद पर डीएड को उचित ठहराते हुए बीएड डिग्री धारकों को सहायक शिक्षक पद के लिए अयोग्य घोषित कर दिया था. जिसके बाद से बीएड डिग्रीधारी सहायक शिक्षकों पर नौकरी जाने की तलवार लटक रही है. ऐसे में सभी टीचर नौकरी बचाने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं.
"बीते दिनों सहायक शिक्षिका साथी जो दंतेवाड़ा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर वापस घर जा रही थी. इसी दौरान सड़क हादसे में जान गंवाई. जिसे आज बस्तर संभाग के सभी सहायक शिक्षकों ने श्रद्धांजलि अर्पित की है": मोनिका शर्मा, सहायक शिक्षिका
"अभी तक नौकरी से निकालने का आदेश नहीं आया है. सहायक शिक्षक सरकार से लगातार बातचीत कर रहा है. सरकार की ओर से भी सकारात्मक आश्वासन मिल रहा है. फिलहाल सहायक शिक्षक अपनी सेवा निरंतर दे रहे हैं. आज भी आधा दिन स्कूल में सेवा देने के बाद बस्तर मुख्यालय पहुंचे हैं. सरगुजा और बस्तर संभाग के सहायक शिक्षकों की मांग है कि जो 2897 लोग प्रभावित हो रहे हैं उनकी नौकरी सुरक्षित रहे": आनंद कुमार कपिल, सहायक शिक्षक
अपनी साथी शिक्षकों को श्रद्धांजलि देने के साथ साथ बस्तर के टीचरों ने सरकार से नौकरी को लेकर गुहार लगाई है. उनका कहना है कि उन्होंने नियम के तहत परीक्षा पास कर नौकरी हासिल की है. ऐसे में उनकी रक्षा की जाए.