बस्तर: छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण का मतदान शुक्रवार को संपन्न हो गया. इस बीच शुक्रवार देर रात नक्सलियों ने दंतेवाड़ा में एक कांग्रेस नेता की निर्मम हत्या कर दी. नक्सली कांग्रेस नेता को घर से उठाकर ले गए और धारदार हथियार से उसकी हत्या कर दी. नक्सलियों ने पोटाली सीएएफ कैंप से 500 मीटर की दूसी पर हत्या को अंजाम दिया. इस पूरे मामले में बस्तर आईजी का बयान सामने आया है. बस्तर आईजी ने कहा है कि नक्सलियों ने बौखलाहट ने जनप्रतिनिधि की हत्या को अंजाम दिया है.
नक्सलियों ने बौखलाहट में की हत्या: पूरे मामले में बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने कहा है कि, "जब-जब नक्सली बैकफुट पर रहते हैं. उस दौरान क्षेत्र में भय का माहौल पैदा करने के लिए पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर स्थानीय जनप्रतिनिधि, स्थानीय नागरिक या फिर स्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचाते हैं. ताकि लोगों में नक्सलियों का भय बना रहे. इसी उद्देश्य से दंतेवाड़ा में भी नक्सलियों ने घटना को अंजाम दिया है. इसके अलावा बस्तर में काफी संख्या में जनप्रतिनिधियों को सुरक्षा प्रदान किया गया है. हालांकि इनकी सुरक्षा श्रेणी अलग-अलग जरूर होंगी. इसके अलावा अन्य जनप्रतिनिधियों को भी चिन्हित किया जा रहा है और आंकलन करके उन्हें भी सुरक्षा प्रदान करने की तैयारी बस्तर पुलिस की ओर से की जा रही है. जल्द ही अन्य जनप्रतिनिधि, जिन्हें नक्सलियों से खतरा बना हुआ है, उन्हें सुरक्षा दी जायेगी."
कांग्रेस नेता को उतारा मौत के घाट: दंतेवाड़ा के अरनपुर थाना क्षेत्र के पोटाली गांव में शुक्रवार देर रात कांग्रेस नेता और पूर्व जनपद सदस्य जोगा पोडियाम की नक्सलियों ने हत्या कर दी. कांग्रेस नेता रात को खाना खाकर अपने घर में सो रहे थे. इसी दौरान 20 से 30 नक्सलियों ने कांग्रेस नेता के घर पर धावा बोला. घर से कांग्रेस नेता को उठाकर ले गए और धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी. नक्सलियों ने पोटाली सीएएफ कैंप से 500 मीटर दूरी पर जनप्रतिनिधि की हत्या को अंजाम दिया. बताया जा रहा है कि 10 साल पहले नक्सलियों ने इनके बेटे की भी हत्या कर दी थी. वहीं, छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान नक्सलियों ने जोगा पोडियाम को कई बार जान से मारने की धमकी भी दी थी.
बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता जोगा पोडियाम ने लोकसभा चुनाव में लोगों को वोटिंग के लिए जागरूक किया था. यही कारण है कि नक्सलियों ने मुखबिरी के शक में जनप्रतिनिधि की हत्या को अंजाम दिया. वहीं, कांग्रेस नेता की हत्या के बाद क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. हालांकि बस्तर आईजी ने इस घटना को नक्सलियों की बौखलाहट करार दिया है.