सुकमा: बीते एक सप्ताह से लगातार हो रही बारिश से सुकमा जिले में आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है. इस आफत की बारिश ने 20 से 25 परिवारों का आशियाना ढहा दिया है. लगातार बारिश से बारिश का पानी नेशनल हाईवे में चढ़ गया है. साथ ही शबरी नदी अपने खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
सुकमा में आफत की बारिश से बाढ़ के हालात: 8 सितंबर को दोपहर के समय सुकमा जिले के छिंदगढ़ विकासखंड के चितलनार अचानक बाढ़ आ गई. बारिश से नेशनल हाइवे गीदम नाला, डुब्बटोटा, एर्राबोर व पड़ोसी राज्य ओडिशा को जोड़ने वाली सड़क पर बने झापरा पुल के ऊपर से पानी बह रहा है. जिससे आवाजाही पूरी तरह बंद है. सैकड़ों गाड़ियों के पहिये थम चुके हैं.
बारिश से कई लोगों के घर टूटे: सुकमा के साथ ही पूरे बस्तर संभाग में लगातार बारिश हो रही है. बाढ़ के कारण छिंदगढ़ विकासखंड के 20 से 25 घर ढह गए. जिसके बाद ग्रामीणों के सिर से उनका आशियाना छिन गया. जिसके बाद स्थानीय जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची. सभी घरों के परिवारों को स्कूल और पंचायत भवन में राहत शिविर केंद्र बनाकर ठहराया. सभी के लिए भोजन के अलावा जरूरी सामग्री उपलब्ध कराया गया. लाइट के लिए जनरेटर की व्यवस्था भी की गई. भारी बारिश को देखते हुए सुकमा कलेक्टर ने आज जिले के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश रविवार देर शाम जारी कर दिया.