जगदलपुर: बस्तर में तीन बड़ी घटनाओं के विरोध में सर्व आदिवासी समाज ने आज बस्तर बंद बुलाया. बंद का मिला जुला असर देखने को मिला. व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद मिले. बंद से आवश्यक सेवाओं को बाहर रखा गया. सर्व आदिवासी समाज के राजराम तोडेम का कहना कि समुदाय विशेष के लोगों ने बीते दिनों सरपंच की पिटाई कर दी. शव दफनाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था. सरपंच की पिटाई के बाद से एक बार फिर धर्मांतरण का मुद्दा गर्मा गया है.
सर्व आदिवासी समाज का बस्तर बंद: बस्तर बंद को बस्तर चैंबर ऑफ कॉमर्स ने भी अपना समर्थन दिया है. सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष राजाराम तोडेम का कहना है कि पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या और बीजापुर में शहीद हुए 8 जवान को लेकर भी उन लोगों ने बस्तर बंद बुलाया. बंद के मद्देनजर बड़े बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर सुबह से ताला नजर आया.
जिस तरह से सरपंच की पिटाई की गई वो निंदनीय है. बस्तर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की ठेकेदार ने हत्या की ये घटना काफी दुखद है. बीजापुर में हमारे 8 जवानों को नक्सलियों ने शहीद कर दिया ये दर्दनाक घटना है. नक्सलियों को हिंसा का रास्ता छोड़ समाज की मुख्यधारा में शामिल होना चाहिए - राजाराम तोडेम, अध्यक्ष, सर्व आदिवासी समाज
बस्तर में सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम: बंद के दौरान दवा और दूध की दुकानें खुली रही. आवश्यक सेवाओं को बंद से बाहर रखा गया था. सर्व आदिवासी समाज के बस्तर बंद को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है.