ललितपुर: उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में लाखों का बैंक घोटाला सामने आने से जिले में हड़कंप मच गया है. बैंक के अधिकारियों की ओर से बंद पड़े खातों को चालू करके उसमें जमा लाखों की रकम को फर्जी तरीके से निकासी करने के मामले का खुलासा हुआ है, मामले में शाखा प्रबंधक ने सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी सहित पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. मुकदमा दर्ज होते ही पुलिस मामले की गहनता से पड़ताल में जुट गई है.
बताया जा रहा है कि बंद पड़े खातों को खाताधारकों से बिना प्रार्थना पत्र लिये, बिना KYC लिए, बिना हस्ताक्षर मिलान किये खाता चालू करने और उनमें जमा धनराशियों को कई दूसरे खातों में ट्रान्सफर किया गया. फिर कैश और एटीएम के जरिए निकासी कर 27 लाख 12 हजार 355 रुपये का गबन किया गया है. पूरे घटनाक्रम को लेकर ब्लॉक बिरधा मुख्यालय पर स्थित प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक शाखा के प्रबंधक आकाशदीप वर्मा ने कोवताली पुलिस को तहरीर दी है.
बैंक के साथ धोखाधड़ी कर गबन करने के मामले में लखनऊ के न्यू गुलिश्तां कालोनी निवासी रिटायर्ड अधिकारी रामनारायण शुक्ला के साथ दीपचंद्र निवासी ग्राम पिपरिया डोंगरा, ग्राम बेटना निवासी संतोष, ग्राम डोंगराकलां निवासी पल्लवी और ग्राम चीमना निवासी सखी अहिरवार शामिल रहे. ब्रांच मैनेजर ने बताया कि बैंक की ओर से गठित की गई जांच टीम की पड़ताल में मामले का खुलासा हुआ.
पुलिस ने शाखा प्रबंधक आकाशदीप वर्मा की तहरीर पर सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी रामनारायण शुक्ला सहित दीपचंद, संतोष, पल्लवी और सखी के खिलाफ बीएनएस की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है.
सदर पुलिस क्षेत्राधिकारी अभय नारायण राय ने बताया शाखा प्रबंधक की तहरीर पर पांच लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है. जो भी जांच में दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
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