फरीदाबाद: फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बैंक से 48 लाख रुपये का लोन लेकर गबन करने वाले आरोपी को फरीदाबाद आर्थिक अपराध शाखा सेंट्रल ने गिरफ्तार किया है. पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम योगेश है. जो नई दिल्ली के नांगलोई का रहने वाला है. आरोपी योगेश मुख्य आरोपी संजीव के पास नौकरी करता है. आरोपी संजीव ने योगेश के नाम पर एक फर्म रजिस्टर्ड कराई और उस फर्म के नाम पर बैंक ऑफ महाराष्ट्र की दिल्ली की विकासपुरी शाखा में एक बैंक खाता खुलवाया.
बैंक से लोन लेकर 48 लाख का गबन: इसके बाद आरोपी संजीव ने अपने पास काम करने वाले दूसरे व्यक्ति सोनू को राजेश सभरवाल बनाकर बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र की इसी विकासपुरी शाखा में एक और बैंक खाता खुलवाया. इसके बाद आरोपियों ने दिल्ली के पंजाबी बाग में एक फर्जी सेल डीड रजिस्टर करवाई और उस सेल डीड के आधार पर दिसंबर 2021 में फरीदाबाद के सेक्टर 12 में स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक से 48 लाख रुपये का लोन लिया. पहले राशि को योगेश के खाते में डलवाया और उसके बाद राजेश सभरवाल के खाते में ट्रांसफर करवा सारे पैसे निकलवा लिए.
फर्जी दस्तावेज पर पर लिया लोन: आरोपियों ने बैंक में एक दो किस्त भरी और उसके बाद में किस्त भरना बंद कर दी. इसके पश्चात बैंक ने इन्हें नोटिस भेजना शुरू कर दिया, लेकिन जिस पते पर नोटिस भेजा गया. वो फर्जी निकला. बैंक मैनेजर की तरफ से दी गई शिकायत के आधार पर अगस्त 2023 में आरोपियों के sखिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच की गई. जिसमें आर्थिक अपराध शाखा ने सभी पहलुओं की गहनता से जांच करने के पश्चात मामले में शामिल आरोपी योगेश को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार: आरोपी को अदालत में पेश करके तीन दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है. जिसमें पूछताछ के दौरान सामने आया कि आरोपी संजीव की दिल्ली में एक केमिकल फैक्ट्री है. जहां पर योगेश और उसके अन्य साथी काम करते थे. आरोपी संजीव इनकी फर्जी फॉर्म रजिस्टर करवा कर धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देता था. आरोपियों द्वारा गुरुग्राम में भी इंडियन ओवरसीज बैंक में इस प्रकार की धोखाधड़ी की करीब 10 वारदात की गई हैं. जिनकी पुलिस द्वारा जांच की जा रही है. फिलहाल पुलिस बाकी आरोपियों को तलाश कर रही है.