कोरबा : बिलासपुर संभाग में बीते कुछ दिनों के दौरान रुक रुक कर हुई बारिश से बांगो डैम लबालब हो गया है. इस वजह से एक बार बांगो डैम के गेट खोले जाने की संभावना है. वर्तमान में बांगो डैम में 88 फीसदी जल भराव हो चुका है.
बांगो बांध के गेट खोले जाने के आसार : ऐसा बेहद कम अवसर आते हैं, जब एक ही साल में प्रदेश के सबसे उंचे मिनीमाता बांगो परियोजना (बांगो बांध) के गेट दो बार खोलने पड़े. कुछ दिन पहले ही 90 फीसदी से ज्यादा जल भराव होने पर बांगो डैम के 6 गेट खोले गए थे. फिर जब जल स्तर मेंटेन हुआ तो गेट बंद किया गया था. अब यदि फिर से जलस्तर 90 फीसदी के ऊपर पहुंचा तो एक बार फिर बांगो डैम के गेट खोलने पड़ सकते हैं.
"लगातार हुई बारिश के बाद बांगो डैम 88 फीसदी भर चुका है. वर्तमान में जल भराव क्षमता 357 मीटर पहुंच चुकी है. 90 फीसदी फुल होते ही डैम के गेट खोलने की जरूरत पड़ेगी." - एसके तिवारी, कार्यपालन अभियंता, मिनीमाता बांगो परियोजना
हाइडल पावर प्लांट भी पूरी क्षमता से कर रहा काम : बांगो डैम में जल स्तर बढ़ने पर जब नदी में पानी छोड़ा जाता है. तब यह बहकर बर्बाद हो जाता है. इसीलिए जल का सदुपयोग हो, इसके लिए पानी हाइडल पावर प्लांट को दिया जाता है. वर्तमान में हाइडल पावर प्लांट को पूरी क्षमता से चलाया जा रहा है. बांगो में मौजूद जल विद्युत परियोजना को 72 घंटे 9000 क्यूसेक पानी दिया जा रहा है. हाइड्रो पावर प्लांट भी अपनी पूरी क्षमता यानी 120 मेगावाट बिजली उत्पादन कर रहा है.
"अभी भी ऊपर की ओर से डैम में पानी आ रहा है. जलस्तर कम करने के लिए हाइडल पावर प्लांट को भी 72 घंटे 9000 क्यूसेक पानी दिया जा रहा है. हाइडल पावर प्लांट से पूरी क्षमता के साथ 120 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है." - एसके तिवारी, कार्यपालन अभियंता, मिनीमाता बांगो परियोजना
88 से 90 फीसदी के बीच मेंटेंन करते हैं जलस्तर : बांगो डैम की कुल जल भराव क्षमता 359.66 मीटर है. जैसे ही जल भराव क्षमता 358.75 तक पहुंचती है. बांगो डैम के गेट खोलने पड़ते हैं. यह कुल जल भराव क्षमता का 90 से 95 फीसदी के बीच होता है. सामान्य तौर पर बांगो डैम में 88 से 90 फीसदी के मध्य जल स्तर मेंटेन करके रखा जाता है. लेकिन इससे अधिक होते ही गेट खोलकर पानी नदी में छोड़ना पड़ता है.