जयपुर: बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ जहां देश भर में आक्रोश है, वहीं जयपुर में हिंदू संगठनों की ओर से जन आक्रोश रैली निकाली गई. सर्व हिंदू समाज द्वारा आयोजित आक्रोश रैली में बड़ी संख्या में लोग भगवा जझंडों के साथ शामिल होकर विरोध जताया. हिंदू संगठनों की इस आक्रोश रैली को शहर के व्यापारियों का भी समर्थन मिला. विरोध स्वरूप व्यापारियों ने आधे दिन बाजार बंद रखे. रैली में संत समाज के दयाल पूरी महाराज, परशुराम दास महाराज, रामदास महाराज, अमरनाथ महाराज, गणेश दास महाराज, इस्कॉन से रघु पति दास महाराज सहित भाजपा से जुड़े नेता और जनप्रतिनिधि भी इस आक्रोश रैली में शामिल हुए.
नरसंहार और अत्याचार का विरोध : रैली में शामिल लोगों ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं के नरसंहार और अत्याचार के विरोध में पूरा विश्व बांग्लादेश के हिंदुओं के साथ है. इस भावना के साथ जयपुर के हिंदू समाज के लोग बड़ी संख्या में यहां इकट्ठे हुए हैं. रामलीला मैदान में आयोजित सभा में कविताओं का पाठ भी किया गया. बारिश में भी लोगों के हुजूम विरोध-प्रदर्शन में पहुंचे. इससे समझा जा सकता है कि लोगों में इस तरह की घटना से किस तरह का आक्रोश है. आक्रोश रैली में संत समाज भी सम्मिलित हुआ. सभा स्थल पर पहुंचे संतों का स्वागत मंच द्वारा किया गया. न्यू गेट स्थित रामलीला मैदान पर सभा में रामधुनि और देशभक्ति गीत गाए गए.
रैली को प्रकृति का आशीर्वाद : शहर में सुबह से बारिश क दौरा जारी रहा. बावजूद इसके, बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष अपने हाथ में ओम पताकाएं एवं तिरंगे झंडे लिए हुए रैली में सम्मिलित हुए. रैली में सम्मिलित महिलाओं ने कहा कि वर्षा तो प्रकृति का आशीर्वाद है. यह रैली रामलीला मैदान से निकलकर सांगानेरी गेट होते हुए बड़ी चौपड़ पर पहुंची. बड़ी चौपड़ से रैली त्रिपोलिया बाजार, चौड़ा रास्ता होते हुए रामलीला मैदान पर रैली संकल्प के साथ समाप्त हुई कि हिंदू एकजूट है, हिंदू एक है. आपस की छोटी-मोटी बातों को भूलकर विश्व में जहां कहीं भी हिंदू पर अत्याचार होगा, उसके विरोध में हिंदू एक साथ खड़ा होगा. रैली की विशेषता यह भी रही कि इसमें समाज का सामूहिक नेतृत्व रहा.
धौलपुर में एसडीएम को प्रधानमंत्री के नाम दिया ज्ञापन : धौलपुर के बाड़ी शहर में विश्व हिंदू परिषद समेत तमाम हिंदू संगठनों ने बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा को लेकर 3 घंटे तक शहर में विरोध-प्रदर्शन किया. सैकड़ों की तादाद में भीड़ ने लामबंद होकर रैली निकाली और उपखंड अधिकारी को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया. ज्ञापन के माध्यम से बांग्लादेश के हिंदुओं को सुरक्षा प्रदान कराने की मांग की है.