जोधपुर. बासनी थानान्तर्गत हड्डी मील में केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) कार्यालय में30 सितंबर को निरीक्षक के सेवानिवृत्ति समारोह में 12 बोर राइफल से गोली चलने से घायल बैण्ड मास्टर का गुरुवार को एम्स में दम टूट गया. उसे सोमवार को छुट्टी दे दी गई थी, लेकिन तीसरे ही दिन फिर तबीयत खराब होने पर एम्स में भर्ती कराया गया था. उसकी मौत के बाद परिजनों और समाज के लोगों ने थाने के बाहर प्रदर्शन किया. फिलहाल शव एम्स में रखा है. घायल बैंडकर्मी का पिछले 10 दिन से हॉस्पिटल में उपचार चल रहा था.
थानाधिकारी मोहम्मद शफीक खान ने बताया कि बीजेएस कॉलोनी निवासी विजय सिंह सीजीएसटी में निरीक्षक थे. 30 सितंबर को उनका रिटायरमेंट कार्यक्रम में था. इस समारोह के लिए बैण्ड बुलाया गया था. सीजीएसटी कार्यालय में साथी अधिकारी व कर्मचारियों के साथ परिजन भी शामिल हुए थे. रिटायरमेंट कार्यक्रम में उनके भांजे अजीत सिंह द्वारा 12 बोर राइफल से मिस फायर हो गया. जिसके छर्रे चांदी हॉल में आहोर की हवेली के पास निवासी बैण्ड मास्टर फखरूद्दीन पुत्र सरफुद्दीन के सीने में घुस गए थे.
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उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज में फर्क होने पर चिकित्सकों ने सात अक्टूबर को छुट्टी देकर घर भेजा था. जहां दूसरे ही दिन उनकी तबीयत खराब हो गई. उन्हें फिर एम्स में भर्ती कराया गया था. घायल बैंडवादक फखरुद्दीन की 10 दिन बाद गुरुवार शाम को मौत हो गई. पुलिस ने बयान के आधार पर एफआइआर दर्ज कर सेवानिवृत्त सैन्यकर्मी अजीतसिंह नरूका को गिरफ्तार किया था. राइफल भी जब्त की गई थी. पुलिस ने शव मोर्चरी में रखवाया है. मृत्यु का कारण सीने में छर्रे लगना है या कोई अन्य इस संबंध में शुक्रवार को पोस्टमार्टम से ही स्पष्ट हो पाएगा.