ETV Bharat / state

जम्मू कश्मीर के चंदनवाड़ी में लगेगा कैंप, अमरनाथ यात्री बनारसी कचौड़ी, जलेबी संग उठाएंगे मलइयो का लुत्फ - Amarnath Yatra 2024 - AMARNATH YATRA 2024

सावन में बाबा अमरनाथ के धाम जाने वाले यात्रियों के लिए एक (Amarnath Yatra 2024) अच्छी खबर है. यात्रियों के लिए काशी विश्वनाथ सेवा समिति की ओर से चंदनवाड़ी में भंडारे का आयोजन किया जाएगा. इसकी जानकारी समिति के अध्यक्ष दिलीप सिंह बंटी ने दी.

a
a (Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jun 24, 2024, 12:47 PM IST

श्री बाबा काशी विश्वनाथ सेवा समिति के अध्यक्ष दिलीप सिंह बंटी ने दी जानकारी (वीडियो क्रेडिट : ETV bharat)

वाराणसी : बनारस का विश्व प्रसिद्ध पान, कचौड़ी, जलेबी और मलइयो इस बार आपको जम्मू कश्मीर में खाने को मिलेगी. आपको सुनकर थोड़ा अजीब लगेगा, लेकिन यह बात बिल्कुल सही है. श्री बाबा काशी विश्वनाथ सेवा समिति द्वारा कैंप लगाकर 300 यात्रियों के ठहरने का इंतजाम जम्मू कश्मीर के अमरनाथ यात्रियों के लिए किया जाता है. पिछले 23 वर्षों से यह भंडारा जम्मू कश्मीर के चंदनवाड़ी में लगाया जाता है. यह कैंप 40 दिनों तक चलेगा, जिसमें बनारस सहित पूरे भारतवर्ष के लोगों को बनारसी स्वाद चखने का मौका मिलेगा. 26 जून 2024 को जम्मू कश्मीर के चंदनवाड़ी में सेवादारों का दूसरा जथा जाएगा.

क्या है मलइयो : मलइयो बनारस में बनने वाली एक खास प्रकार की मिठाई है. जिसको बनाने के लिए दूध को पूरी रात उसमें रखा जाता है. उसके बाद दूध को मशीन से फेटा जाता है. इसके बाद इसमें यह मिठाई बनकर तैयार होती है. खास बात यह है कि जब तक ओस पड़ती है, कोहरा रहता है तभी तक यह मिठाई मिलती है. जैसे ही धूप होती है यह मिठाई बननी बंद हो जाती है.


श्री बाबा काशी विश्वनाथ सेवा समिति के अध्यक्ष दिलीप सिंह बंटी ने बताया कि प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी हम लोग 300 यात्रियों की ठहरने का इंतजाम जम्मू कश्मीर के चंदनवाड़ी में कर रहे हैं. वहां पर हमारा कैंप 40 दिनों तक चलेगा. इस बार भंडारे में बनारसी ठंडाई, पूड़ी, जलेबी, दाल-चावल, पाव-भाजी, इटली, मसाला-डोसा दूध के अलावा यात्रियों की सुविधा के लिए अन्य चीज भी दी जाएगी. इस बार खास यह होने जा रहा है कि पहली बार बनारस से मलइयो बनाने की मशीन जा रही है. अब वहां के लोगों को मलइयो का स्वाद भी मिलेगा.

बता दें मलइयो एक प्रकार की मिठाई है, जो केवल ठंडक के समय बनती है और उसमें उसे बनाया जाता है. इस समय जम्मू कश्मीर में ठंड ज्यादा पड़ रही है तो हो सकता है वहां पर मलइयो बनाकर लोगों को दी जाएगी. जिससे काशी की इस मिठाई का स्वाद पूरा देश ले सकेगा. वहीं, दूर-दूर से आने वाले बाबा अमरनाथ के भक्तों को भी इसका स्वाद मिलेगा. 26 जून 2024 को सेवादारों का जत्था जम्मू कश्मीर के लिए रवाना होगा, जो पूरे सावन में करीब 40 दिन तक चंदनवाड़ी में कैंप लगाकर श्रद्धालुओं की अनवरत सेवा करेगा. पहले जत्थे ने मौके पर पहुंचकर कैंप लगाने का काम शुरू कर दिया है. अनुमान है कि इस बार चंदनवाड़ी में पहले से तीन गुना ज्यादा यात्री आएंगे. बनारस के बहुत लोगों को यात्रा परमिट की समस्या आ रही थी जिसका निपटारा हो गया.

यह भी पढ़ें : Watch Video : एलजी मनोज सिन्हा ने नुनवान और चंदनवारी बेस कैंप का किया दौरा, दो तीर्थयात्रियों की दिल का दौरा पड़ने से मौत

यह भी पढ़ें : भूस्खलन से जम्मू - श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बंद, अमरनाथ यात्रियों का जत्था रामबन में रोका गया

श्री बाबा काशी विश्वनाथ सेवा समिति के अध्यक्ष दिलीप सिंह बंटी ने दी जानकारी (वीडियो क्रेडिट : ETV bharat)

वाराणसी : बनारस का विश्व प्रसिद्ध पान, कचौड़ी, जलेबी और मलइयो इस बार आपको जम्मू कश्मीर में खाने को मिलेगी. आपको सुनकर थोड़ा अजीब लगेगा, लेकिन यह बात बिल्कुल सही है. श्री बाबा काशी विश्वनाथ सेवा समिति द्वारा कैंप लगाकर 300 यात्रियों के ठहरने का इंतजाम जम्मू कश्मीर के अमरनाथ यात्रियों के लिए किया जाता है. पिछले 23 वर्षों से यह भंडारा जम्मू कश्मीर के चंदनवाड़ी में लगाया जाता है. यह कैंप 40 दिनों तक चलेगा, जिसमें बनारस सहित पूरे भारतवर्ष के लोगों को बनारसी स्वाद चखने का मौका मिलेगा. 26 जून 2024 को जम्मू कश्मीर के चंदनवाड़ी में सेवादारों का दूसरा जथा जाएगा.

क्या है मलइयो : मलइयो बनारस में बनने वाली एक खास प्रकार की मिठाई है. जिसको बनाने के लिए दूध को पूरी रात उसमें रखा जाता है. उसके बाद दूध को मशीन से फेटा जाता है. इसके बाद इसमें यह मिठाई बनकर तैयार होती है. खास बात यह है कि जब तक ओस पड़ती है, कोहरा रहता है तभी तक यह मिठाई मिलती है. जैसे ही धूप होती है यह मिठाई बननी बंद हो जाती है.


श्री बाबा काशी विश्वनाथ सेवा समिति के अध्यक्ष दिलीप सिंह बंटी ने बताया कि प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी हम लोग 300 यात्रियों की ठहरने का इंतजाम जम्मू कश्मीर के चंदनवाड़ी में कर रहे हैं. वहां पर हमारा कैंप 40 दिनों तक चलेगा. इस बार भंडारे में बनारसी ठंडाई, पूड़ी, जलेबी, दाल-चावल, पाव-भाजी, इटली, मसाला-डोसा दूध के अलावा यात्रियों की सुविधा के लिए अन्य चीज भी दी जाएगी. इस बार खास यह होने जा रहा है कि पहली बार बनारस से मलइयो बनाने की मशीन जा रही है. अब वहां के लोगों को मलइयो का स्वाद भी मिलेगा.

बता दें मलइयो एक प्रकार की मिठाई है, जो केवल ठंडक के समय बनती है और उसमें उसे बनाया जाता है. इस समय जम्मू कश्मीर में ठंड ज्यादा पड़ रही है तो हो सकता है वहां पर मलइयो बनाकर लोगों को दी जाएगी. जिससे काशी की इस मिठाई का स्वाद पूरा देश ले सकेगा. वहीं, दूर-दूर से आने वाले बाबा अमरनाथ के भक्तों को भी इसका स्वाद मिलेगा. 26 जून 2024 को सेवादारों का जत्था जम्मू कश्मीर के लिए रवाना होगा, जो पूरे सावन में करीब 40 दिन तक चंदनवाड़ी में कैंप लगाकर श्रद्धालुओं की अनवरत सेवा करेगा. पहले जत्थे ने मौके पर पहुंचकर कैंप लगाने का काम शुरू कर दिया है. अनुमान है कि इस बार चंदनवाड़ी में पहले से तीन गुना ज्यादा यात्री आएंगे. बनारस के बहुत लोगों को यात्रा परमिट की समस्या आ रही थी जिसका निपटारा हो गया.

यह भी पढ़ें : Watch Video : एलजी मनोज सिन्हा ने नुनवान और चंदनवारी बेस कैंप का किया दौरा, दो तीर्थयात्रियों की दिल का दौरा पड़ने से मौत

यह भी पढ़ें : भूस्खलन से जम्मू - श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बंद, अमरनाथ यात्रियों का जत्था रामबन में रोका गया

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.