बलरामपुर: छत्तीसगढ़ में तीसरे चरण का मतदान मंगलवार को संपन्न हुआ. प्रदेश के 7 लोकसभा सीटों पर शांतिपूर्ण मतदान हुआ. इस बीच कई क्षेत्रों से मतदाताओं के अलग-अलग रूप देखने को मिले. साथ ही पोलिंग टीम की ओर से वोटरों को खास सुविधाएं भी मुहैया कराई जा रही है. इस दौरान वोटरों का उत्साह देखने लायक था. बलरामपुर जिले के भी मतदाताओं में काफी उत्साह देखने को मिला. यहां के वोटर पहाड़ी से नीचे उतरकर वोट डालने पोलिंग बूथ पहुंचे. वहीं, जिले के कुछ क्षेत्रों के मतदाता मतदान केंद्र पारंपरिक वेशभूषा में लोकगीत गाते हुए पहुंचे.
पहाड़ से उतरकर वोटरों ने किया मतदान: दरअसल, छत्तीसगढ़ के सरगुजा लोकसभा सीट के बलरामपुर जिले में पहाड़ी से दस किलोमीटर पैदल चलकर पहाड़ी के नीचे बुधुडीह प्राथमिक शाला के मतदान केंद्र में वोटर वोट डालने पहुंचे. बचवार पारा के 68 मतदाताओं ने पहाड़ी के नीचे बुधुडीह प्राथमिक शाला के पोलिंग बूथ जाकर वोट डाला. इस पोलिंग बूथ में जिला प्रशासन की ओर से पेयजल और जूस की व्यवस्था की गई थी. ताकि वोटरों को तेज धूप और गर्मी से राहत मिल सके. यहां टेंट की भी व्यवस्था थी. इस पोलिंग बूथ में वोटरों का उत्साह भी देखने लायक था.
पारंपरिक वेशभूषा में पहुंचे पोलिंग बूथ: इसके अलावा जिले के कुसमी मतदान केन्द्र में मतदाता छत्तीसगढ़ी पारंपरिक वेशभूषा में मतदान करने पहुंचे. ये वोटर्स लोकगीत गाते हुए पोलिंग बूथ गए और वोट डाला. इस दौरान इनका वोट डालने का अंदाज देखने लायक था. इससे साफ पता चलता है कि कुसमी के वोटरों में मतदान को लेकर कितना उत्साह था.
पारंपरिक लोक गीत गाते हुए पोलिंग बूथ पहुंचे वोटर: वहीं, रामानुजगंज के ग्राम चिलमा मतदान केंद्र में विशेष पिछड़ी जनजाति समूह ने भी वोट डाला. पीवीटीजी के मतदाताओं में भी काफी उत्साह देखने को मिला. ये वोटर पारंपरिक लोक गीत गाते हुए पोलिंग बूथ पहुंचे और अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
इन अधिकारियों ने भी डाला वोट: इसके अलावा जिले के कलेक्टर रिलिजियस एक्का, पुलिस अधीक्षक लाल उमेद सिंह और जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी रेना जमील ने ग्राम पंचायत दहेजवार में वोट डाला. इन अधिकारियों ने प्राथमिक शाला में बनाए गए मतदान केंद्र पर आम मतदाताओं के साथ लाइन लगाकर वोट डाला.