बलरामपुर: पीएम जनमन योजना के तहत बलरामपुर में पहाड़ी कोरवाओं को पक्के मकान मिल रहे हैं. कभी ये इस समुदाय के लोग झाड़ फूस से बने झोपड़े में रहा करते थे. अब पीएम जनमन योजना के तहत इनको पक्का मकान मिल रहा है. पक्के मकान में रहने से इनकी जिंदगी और बेहतर हो रही है. पहले रात के वक्त सांप और बिच्छू इनके घरों में घुस जाते थे. जंगली जानवरों का खतरा रहता था. अब पक्का मकान होने से जिंदगी भी सुधरी और खतरा भी खत्म हो गया है.
पहाड़ी कोरवा समुदाय को मिला पक्का मकान: पहाड़ी कोरवा समुदाय की गिनती विशेष कमजोर जनजातिय समूह के रुप में यानि (पीवीजीटी) के तौर पर होती है. इस समुदाय के लोगों को जब पक्का मकान मिला तो इन लोगों ने मोदी सरकार को धन्यवाद दिया. पहाड़ी कोरवा समुदाय से आने वाले लोगों का कहना है कि वो पीढ़ियों से झोपड़ी में में गुजर बसर करते आ रहे हैं. कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उनको भी पक्का मकान नसीब होगा. पीएम मोदी की जनमन योजना से ये मुमकिन हुआ.
पहले हमारे घर मिट्टी के हुआ करते थे. आज हमें पक्का मकान मोदी जी की सरकार ने दिया है. पक्का मकान मिलने से हमें अब कोई दिक्कत नहीं होगी.: महिला लाभार्थी, बलरामपुर
पीएम जनमन योजना के तहत मिला घर: पीएम जनमन योजना के तहत पक्का मकान पाने वाले पहाड़ी कोरवा ने बताया कि पहले हम कच्चे मकान में रहने को मजबूर थे. छत्तीसगढ़ सरकार की मदद से आज हमें पक्का मकान मिला है. आंकड़ों के मुताबिक बलरामपुर जिले में करीब 5 हजार गरीब परिवार रहते हैं. इनमें ज्यादातर ऐसे हैं जिनके पास पक्के मकान नहीं हैं. बारिश के दिनों में घर टपकने लगता है लोग बीमारी की चपेट में आने लगते हैं. पक्का मकान मिलने से जीवन स्तर में भी सुधार आया और बीमारियों का खतरा भी कम हुआ.
सीधे खाते में आता है पैसा: जिला प्रशासन के अधिकारी कहते हैं कि प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत लाभार्थियों को घर बनाने के लिए चार किश्तों में पैसे दिए जाते हैं. लाभार्थियों को चार किश्तों में दो लाख रुपए मिलते हैं. इसके साथ ही 45 दिनों के मजदूरी भुगतान और शौचालय निर्माण के लिए 12000 रुपए भी दिए जाते हैं. जनमन योजना का काम देखने वाले अधिकारी बताते हैं कि हितग्राहियों के खाते में सीधे पैसा भेजा जाता है. पीवीजीटी से जुड़े सैकड़ों लोगों को अबतक लाभ मिल चुका है.