बलौदाबाजार: बलौदाबाजार में शासकीय कार्य में लापरवाही और ड्यूटी से गैरहाजिर होने पर कलेक्टर दीपक सोनी ने बड़ी कार्रवाई की है. लंबे समय से स्कूल से गैरहाजिर रहने वाले शिक्षकों और चपरासी को कलेक्टर ने बर्खास्त कर दिया है. कलेक्टर के इस कदम से पूरे जिले में हड़कंप है. शासकीय नियमों की अवहेलना और बिना अनुमति के छुट्टी पर रहने की वजह से कलेक्टर की तरफ से यह एक्शन हुआ है.
कुल चार कर्मचारियों को किया गया बर्खास्त: कलेक्टर ने एक्शन लेते हुए कुल चार कर्मचारियों को बर्खास्त किया है. बलौदाबाजार कलेक्टर कार्यालय की तरफ से इस एक्शन पर कहा गया है कि इन कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के पीछे प्रमुख कारण इनका लापरवाह रवैया है. ये लंबे समय तक बिना किसी सूचना के काम से गैरहाजिर रहे. जिसके कारण शासकीय कामकाज में रुकावट पैदा हो रही थी. इसलिए कलेक्टर दीपक सोनी ने इन कर्मचारियों की अनुपस्थिति और नियमों की अवहेलना पर गहरी नाराजगी जताते हुए उन्हें शासकीय सेवा से बर्खास्त करने के आदेश दिया.
किन कर्मचारियों पर हुई कार्रवाई ?: जिन कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई है. उनमें एलबी कुमारी निकिता लारिया ये सहायक शिक्षक हैं और दौरेंगा विकासखण्ड सिमगा के सरकारी स्कूल में कार्यरत हैं. इसके अलावा शैली गुप्ता सहायक ग्रेड तीन के तहत काम करती हैं. यह शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रोहरा में तैनात हैं. तीसरे कर्मचारी बलराम दीवान हैं. ये चपरासी के पोस्ट पर हैं और शासकीय हाई स्कूल संजारी नवागांव में कार्यरत थे. चौथे कर्मचारी राजेश कुमार श्रीवास्तव हैं और ये भी चपरासी के पद पर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ओडान में कार्यरत हैं. इन सबके खिलाफ छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम के तहत कार्रवाई की गई है.
शासकीय सेवा में अनुशासन बनाए रखना बेहद जरूरी है. जो कर्मचारी नियमों का उल्लंघन करेंगे, उन्हें किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. भविष्य में इस तरह के मामलों में कार्रवाई और तेज होगी. जिससे सरकारी सेवाओं में अनुशासन और कार्यकुशलता सुनिश्चित हो सके: दीपक सोनी, कलेक्टर, बलौदाबाजार
पहले भी 6 कर्मचारियों पर हो चुकी है कार्रवाई: इससे पहले भी 6 कर्मचारियों पर कार्रवाई हो चुकी है. कलेक्टर दीपक सोनी द्वारा 6 अन्य शिक्षकों और चपरासियों पर गैरहाजिर रहने के मामले में कार्रवाई की जा चुकी है. कलेक्टर ने कहा कि शासकीय कर्मचारियों को अपनी जिम्मेदारियों का पालन करना चाहिए और यदि कोई कर्मचारी सेवा से गैरहाजिर रहता है या नियमों का उल्लंघन करता है. ऐसे कर्मियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा.