बलौदाबाजार: जिले के भद्रापाली गांव में अडानी अंबुजा सीमेंट प्लांट लिमिटेड के सीमेंट प्लांट के विस्तार को लेकर पर्यावरण विभाग की तरफ से बुधवार को जनसुनवाई आयोजित की गई. इस जनसुनवाई में गांव वाले, प्रशासन, कंपनी प्रबंधन से जुड़े लोग पहुंचे. काफी संख्या में बाउंसर और पुलिस बल तैनात किया गया. पूरे क्षेत्र को सुरक्षा के दृष्टिकोण से चारों ओर से जाली लगाकर सुरक्षित किया गया. जनसुनवाई के दौरान कुछ ग्रामीण प्लांट के विरोध में नजर आए तो कुछ पक्ष में रहे.
प्लांट का विरोध करने वाले ग्रामीणों का दृष्टिकोण: भद्रापाली गांव के कई ग्रामीणों ने सीमेंट प्लांट के विस्तार का कड़ा विरोध किया. उन्होंने आरोप लगाया कि प्लांट विस्तार से इलाके में जलसंकट, प्रदूषण, कृषि भूमि की हानि और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ेंगी. ग्रामीणों ने आजादी के बाद अब तक रोड नहीं बनाने का भी आरोप लगाया. कई ग्रामीण ने रोजगार का वादा भी अब तक पूरा नहीं करने की बात जनसुनवाई में कही.
विरोध करने वाले ग्रामीणों की चिंताएं:
जल संकट: ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि प्लांट के संचालन के कारण भूजल स्तर 300 फीट तक गिर चुका है, जिससे पीने और सिंचाई के लिए पानी की गंभीर कमी हो गई है. कुछ जलाशयों का जल सूख चुका है. सीमेंट की गंदगी भरने से पानी की गुणवत्ता भी प्रभावित हुई है. इससे स्थानीय पारिस्थितिकी और जलवायु पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की आशंका है.
प्रदूषण: सीमेंट प्लांट से निकलने वाले धूल और धुएं के कारण वायु प्रदूषण की समस्या पैदा हो रही है. इससे स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ रहा है. जनसुनवाई में ग्रामीणों ने बताया कि प्रदूषण के कारण उनकी फसलों की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है. सांस संबंधी बीमारियों की संख्या बढ़ रही है.
रोजगार की कमी: जनसुनवाई में कई ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कंपनी ने स्थानीय युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था, वह पूरा नहीं हो सका है. स्थानीय लोगों को काम नहीं मिल रहा है और वे इसके कारण असंतुष्ट हैं. विशेष रूप से यह आरोप लगाया गया कि कंपनी ने रोजगार के अवसरों के संदर्भ में अपने वादों को पूरा नहीं किया.
अनियमित प्रक्रियाएं: ग्रामीणों ने पर्यावरणीय मूल्यांकन (EIA) और जनसुनवाई प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी का आरोप लगाया. उनका कहना था कि न तो मुनादी सही से की गई और न ही परियोजना के बारे में उन्हें पूरी जानकारी दी गई.
अनुपालन की कमी: कुछ ग्रामीणों ने यह भी चिंता जताई कि कंपनी ने पर्यावरणीय सुधारों और जलाशयों के सौंदर्यीकरण जैसी योजनाओं पर ध्यान नहीं दिया.
चौथी और पांचवी यूनिट के लिए जनसुनवाई हो रही है. बेरोजगारी को लेकर लोगों ने अपनी बात रखी. यहां से 200 मीटर दूर भद्रापाली गांव है, जहां जाने के लिए रास्ता नहीं है, जबकि प्लांट के तीसरी यूनिट के विस्तार के समय जनसुनवाई में कंपनी ने रोड बनाने का वादा किया था लेकिन कंपनी ने ये वादा पूरा नहीं किया.- राकेश वर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष
लोगों को डराकर जनसुनवाई करना संविधान का अपमान है. कंपनी के कर्मचारी की तरह प्रशासन का व्यवहार होता है. संविधान की हत्या की जा रही है. सुरक्षा घेरे में रखकर हमारी बात सुनी जा रही है. -संदीप पांडे, शिक्षक
हमें अब तक स्थायी रोजगार नहीं मिला है. कभी यहां काम करते हैं कभी वहां काम करते हैं. तीसरी यूनिट शुरू करते समय भी हमें नौकरी देने का वादा किया गया था. अब चौथी और पांचवीं यूनिट शुरू करने के दौरान एक बार फिर आश्वासन दिया जा रहा है. -भद्रपाली युवा निवासी
महिलाओं ने प्लांट के विस्तार को दिया समर्थन: जनसुनवाई में कुछ ग्रामीणों, विशेष रूप से महिलाओं ने अंबुजा फाउंडेशन के किए गए कार्यों की सराहना की. उन्होंने प्लांट विस्तार को रोजगार के अवसरों के रूप में देखा. महिलाओं ने कहा कि परियोजना से क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न हो रहे हैं. सीमेंट प्लांट के विस्तार से क्षेत्र में विकास आएगा.
कंपनी का पक्ष और समाधान का प्रयास: अडानी अंबुजा सीमेंट प्लांट के परियोजना प्रस्तावक, कौशल मिश्रा, ने जनसुनवाई में ग्रामीणों की चिंताओं पर जवाब देते हुए कई समाधान सुझाए.
सड़क निर्माण: कौशल मिश्रा, अंबुजा प्रबंधक ने कहा कि भद्रापाली गांव की ओर जाने वाली सड़क के निर्माण को लेकर कंपनी ने पहले ही बैठक की है. जल्द ही सड़क निर्माण का कार्य शुरू होगा. इसके लिए बजट भी तैयार कर लिया गया है. इस प्रोजेक्ट के तहत सड़क के बेहतर निर्माण से ग्रामीणों को आने-जाने में सुविधा होगी.
रोजगार: कौशल मिश्रा ने बताया कि 12 गांवों के लगभग 900 लोग सीमेंट प्लांट में काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जोखिम भरे कार्यों में कुशल श्रमिकों को प्राथमिकता दी जा रही है, लेकिन परियोजना के पूर्ण होने के बाद रोजगार के अधिक अवसर पैदा होंगे. उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी ने स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए कई स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम शुरू किए हैं. 30 युवाओं को प्रशिक्षण दिया गया है और उन्हें नौकरी भी मिली है. इस प्रक्रिया को और बढ़ाया जाएगा ताकि अधिक युवाओं को रोजगार मिल सके.
प्रदूषण नियंत्रण: कंपनी ने यह आश्वासन दिया कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं. ध्वनि प्रदूषण को कम करने के लिए मिट्टी डालकर ग्रीन बेल्ट बनाई जाएगी, धूल नियंत्रण के लिए विशेष उपाय किए जा रहे हैं. कंपनी ने अपने स्थायी प्रदूषण नियंत्रण उपायों को बेहतर बनाने का वादा किया है.
शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई प्रक्रिया: अपर कलेक्टर दीप्ति गौते ने कहा कि अडानी अंबुजा सीमेंट प्लांट के विस्तार को लेकर जनसुनवाई की प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई. पर्यावरण मंडल को इसकी स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा. बेरोजगारी, रोड के लिए गांव वालों ने विरोध जताया. प्लांट की तरफ से अपना जवाब दिया है. कंपनी ने मूलभूत सुविधाओं को सुधारने का आश्वासन दिया है. प्रशासन इसे सुनिश्चित करने के लिए लगातार निगरानी करेगा.