बालाघाट। मंगलवार को वारासिवनी तहसील क्षेत्र के बासी गांव में स्थित इथेनॉल प्लांट का एसडीएम व तहसीलदार ने कंपनी के अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया. अधिकारियों ने ये निरीक्षण कलेक्टर के निर्देश पर किया है. इससे पहले ईटीवी भारत ने ग्रामीणों को समस्या को लेकर एक खबर चलाई थी, जिसके बाद प्रशासन ने निरीक्षण किया है.
एसडीएम ने इथेनॉल प्लांट जाकर क्या देखा
एसडीएम आरआर पाण्डेय ने बताया कि ''कंपनी के एचआर प्रबंधक दिनेश सिंह और तकनीकी प्रबंधक विनोद चौधरी के साथ कंपनी का निरीक्षण किया गया. उन क्षेत्रों का निरीक्षण किया गया जहां से जल निकासी की जाती है. गुरुग्राम की कंपनी के इथेनॉल प्लांट के निरीक्षण में देखा गया कि प्लांट के बाउण्ड्रीवॉल के पीछे बरसात का पानी प्लांट से निकले फ्लाई ऐश से मिलकर नहर से लगी जल संसाधन विभाग की शासकीय भूमि पर बहकर पूर्व में एकत्रित हुआ था. वर्तमान में फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा पानी निकासी का रास्ता बन्द कर दिया गया है, जिससे इस भूमि पर पानी भर गया था, हालांकि फिलहाल पानी एकत्रित नहीं है.''
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प्रशासन को रिपोर्ट सौंपेगी कंपनी
एसडीएम ने बताया कि वर्तमान में फैक्ट्री द्वारा पॉवर प्लांट से निकले फ्लाई ऐश का निपटारा फैक्ट्री परिसर के अंदर ही किया जा रहा है. इस जल से आसपास के ग्रामीणों, फसलों व पशुओं को किसी प्रकार से क्षति नहीं पहुंचे, इसके लिए कंपनी परिस्थितियों का आंकलन करके नियमित रूप से निरीक्षण कर प्रशासन को रिपोर्ट सौंपेगी. साथ ही कंपनी को निकलने वाली फ्लाई ऐश के समुचित प्रबंधन करने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं जल्द ही पार्किंग प्लान भी प्रशासन को प्रस्तुत किया जाएगा. रोजगार के संबंध में एचआर मैनेजर दिनेश सिंह ने कहा कि ''कंपनी की आवश्यकता अनुसार स्थानीय नागरिकों को ही तकनीकी दक्षता के आधार पर रोजगार उपलब्ध कराए जा रहे हैं.''