छतरपुर: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने छतरपुर में हुई घटना पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की. जिसमें उन्होंने घटना को निंदनीय बताया और कहा कि यह समाज की अशिक्षा को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि 'कानून के रखवाले हमारी रक्षा के लिए होते हैं और अगर हम ही उन्हें असुरक्षित करने का कार्य करेंगे, तो यह समाज की अशिक्षा को दर्शाता है.
धीरेंद्र शास्त्री बोले-भारत को बांग्लादेश न बनाएं
पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने आगे कहा कि 'जो अशिक्षित होता है, वह विवाद करता है और जो शिक्षित होता है, वह संवाद करता है. उन्होंने कहा कि हम सबके पूर्वजों ने भारत के संविधान को स्वीकार किया है. इसलिए संविधान के कानून का पालन करना और उसकी रक्षा करना भी हम सबकी ही जिम्मेदारी है. उन्होंने शांति भंग करने वालों से अपील करते हुए कहा कि 'कृपया भारत को श्रीलंका और बांग्लादेश न बनाएं, शांतिप्रिय देश भारत ही रहने दें. इसके साथ ही पुलिस द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई की सराहना की. इस तरह के कृत्य करने वालों पर बुलडोजर एक्शन को धीरेंद्र शास्त्री ने सही बताया है. उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से प्रशासन ने नई लाइन खींची है. अगर कोई भी इस तरह की हरकत करेगा तो छत घर से जुदा होगा ही.'
क्या है पूरा मामला
बता दें छतरपुर में बुधवार को धर्म विशेष के लोगों ने कोतवाली थाने पर पथराव किया था. ये लोग महाराष्ट्र के महंत रामगिरी महाराज द्वारा धर्म विशेष पर की गई टिप्पणी से नाराज थे. जिसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने धर्म विशेष के करीब 500-600 लोग इकठ्ठा होकर के बाहर खड़े होकर नारेबाजी करने लगे थे. एडिशनल एसपी और एडीएम ने प्रदर्शनकारियों से बाहर जाने कहा, जिस पर गुस्साई भीड़ ने पथराव कर दिया था. घटना में दो सिपाही सहित टीआई गंभीर रूप से जख्मी हुए थे. वहीं इस मामले पर कांग्रेस राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी और कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने आपत्ति जताई है. जिस पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने जवाब दिया है.