छतरपुर। धीरेन्द्र शास्त्री के छोटे भाई शालिगराम क्षेत्र में जमकर गुंडागर्दी कर रहा है. एक दिन पहले ही गढ़ा गांव के तिवारी परिवार पर घर में घुसकर मारपीट करने के बाद अब उसने उसी परिवार को फिर धमकाया है. इस बार धमकी लॉरेंस विश्नोई गैंग के नाम से व्हाट्स एप पर मैसेज कर दी है. 72 घंटे में नामोनिशान मिटाने की धमकी मिलने के बाद पीड़ित परिवार एक बार फिर शनिवार को बमीठा थाने शिकायत करने पहुंचा.
लॉरेंस विश्नोई गैंग की दी धमकी
धीरेंद्र शास्त्री के छोटे भाई शालिगराम गर्ग ने जीतू तिवारी को लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम से धमकी दी है. 72 घंटे में अस्तित्व खत्म करने की बात कही है. शालिगराम ने व्हाट्स एपर मैसेज भेजा है. इसके बाद जीतू तिवारी और उसका परिवार एक बार फिर शनिवार को बमीठा थाने पहुंचा.
पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप
पीड़ित जीतू तिवारी का कहना है कि शालिगराम गर्ग उसे और उसके परिवार को परेशान कर रहा है. पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि एफआईआर दर्ज कर खानापूर्ती कर ली है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. मेरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी है और पुलिस ने कोई सुरक्षा नहीं दी है. शनिवार को पीड़ित परिवार ने पुलिस से फिर लारेंस विश्वनोई गैंग के नाम से धमकाने वाली शिकायत दर्ज कराई है.
शालिगराम का दोस्त है जीतू तिवारी
जीतू तिवारी शालिग्राम गर्ग का खास दोस्त रहा है लेकिन अभी हाल में हुए किसी विवाद के बाद मामला मारपीट तक पहुंच गया. जीतू तिवारी का कहना है कि शालिगराम चाहता है कि वह उसके साथ रहकर काम करे लेकिन मैं उसके साथ काम करना नहीं चाहता हूं. जीतू तिवारी का आरोप है कि उसके कुकर्म के कई वीडियो उसके पास हैं और जरूरत पड़ने पर सभी के सामने लाए जाएंगे.
एक दिन पहले परिवार पर किया था हमला
एक दिन पहले ही शुक्रवार को शालिगराम ने अपने करीब 50 सेवादारों के साथ मिलकर तिवारी परिवार के घर पहुंचकर तांडव मचाया था. बुजुर्ग माता-पिता के साथ जमकर मारपीट की थी और जीतू तिवारी की बहन के साथ अभद्रता करते हुए हाथ तोड़ दिया तो भांजी के कपड़े फाड़ दिए और लाठियों से जमकर पिटाई की.
पुलिस ने दर्ज किया था मामला
जीतू तिवारी की शिकायत के बाद शुक्रवार को बमीठा पुलिस ने शालिगराम गर्ग सहित अन्य 2 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. इस मामले में पुलिस का कहना है कि कार्रवाई की जा रही है. इधर, पीड़ित पक्ष का कहना है कि पुलिस ने मामूली धाराओं में मामला दर्ज किया है. जीतू तिवारी और उसका परिवार शासन-प्रशासन से सुरक्षा की मांग कर रहा है.