चमोली: बदरीनाथ धाम में वीआईपी कल्चर, मास्टर प्लान के अंतर्गत अनियोजित तोड़फोड़, चारधाम यात्रा मार्गों पर फैली अव्यवस्था के खिलाफ तीर्थ पुरोहित, पंडा समाज और स्थानीय हक-हकूकधारी मुखर हैं. साथ ही सरकार, प्रशासन और मंदिर समिति की कार्यप्रणाली का जमकर विरोध कर रहे हैं. आज बदरीनाथ धाम पहुंचे पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज को भी तीर्थ-पुरोहित, पंडा समाज और स्थानीय लोगों का विरोध झेलना पड़ा. वहीं तीर्थ-पुरोहित, पंडा समाज और स्थानीय लोगों ने मांग पूरी ना होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
बदरीनाथ धाम में उग्र आंदोलन की दी चेतावनी: प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों का मांग पत्र सतपाल महाराज को सौंपा और सात दिनों में आवश्यक कार्रवाई करने का अल्टीमेटम दिया. जिस पर सतपाल महाराज ने असमर्थता जताई, उसके बाद प्रदर्शन कर रहे लोग भड़क गए और महाराज को लोगों का विरोध झेलना पड़ा. प्रदर्शनकारियों ने सतपाल महाराज को 7 दिन के अंदर सभी व्यवस्थाएं ठीक करने की मांग करते हुए कहा कि अगर व्यवस्थाएं ठीक नहीं होती हैं तो आने वाले समय में बदरीनाथ धाम उग्र आंदोलन किया जाएगा.
आश्वासन देते दिखाई दिए मंत्री सतपाल महाराज: इस दौरान सतपाल महाराज ने आश्वासन दिया कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस संबंध में चर्चा करेंगे, क्योंकि बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान के कार्य केंद्र सरकार देख रही है. जल्द ही केंद्र सरकार तक सब की समस्याएं पहुंचाई जाएगी. इस विरोध-प्रदर्शन में स्थानीय जनता के साथ कांग्रेस उत्तराखंड पौराणिक सांस्कृतिक संवर्धन प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष आचार्य नरेश आनंद नौटियाल के साथ ही बदरीनाथ मंदिर के समस्त हक-हकूकधारी, तीर्थ-पुरोहित, व्यापार सभा बदरीनाथ के अध्यक्ष जसबीर मेहता, व्यापारी, बदरीश पंडा पंचायत और स्थानीय जनता भी शामिल रही.
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