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दुकान नेम प्लेट विवाद पर बोले रामदेव, 'पहचान बताने में क्या दिक्कत?' - Baba Ramdev Statement Name Plate

Baba Ramdev On Shop Name Controversy जब रामदेव को अपना नाम लिखने में कोई दिक्कत नहीं है तो रहमान को दिक्कत नहीं होनी चाहिए. यह बात बाबा रामदेव ने रेहड़ी पटरी, होटल, दुकान वालों के लिए नेम प्लेट लिखने के मामले पर कही. इस मामले पर उन्होंने विपक्ष को भी घेरा. वहीं, दिल्ली में केदारनाथ धाम के नाम पर मंदिर निर्माण पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी.

Baba Ramdev
बाबा रामदेव और आचार्च बालकृष्ण (फोटो सोर्स- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jul 21, 2024, 1:31 PM IST

Updated : Jul 21, 2024, 2:17 PM IST

बाबा रामदेव का बयान (वीडियो सोर्स- ETV Bharat)

हरिद्वार/लक्सर: पतंजलि योगपीठ में बाबा रामदेव ने अपने अनुयायियों के साथ गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया. इस दौरान बाबा रामदेव ने अपने गुरु की भक्ति करने के साथ ही देश को विश्व गुरु बनाने में सहयोग करने की अपील की. इसके अलावा कांवड़ मार्ग पर दुकानों, ढाबों, ठेलियों में नाम लिखने के मामले पर बाबा रामदेव ने अपनी प्रतिक्रया भी दी. उन्होंने कहा कि 'जब बाबा रामदेव को अपना नाम लिखने में कोई आपत्ति नहीं है तो रहमान को आपत्ति नहीं होनी चाहिए.'

दुकान और ढाबों पर नेम प्लेट लगाने पर बाबा रामदेव ने कही ये बात: योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि जब स्वामी रामदेव को अपना नाम छुपाने की कोई जरूरत नहीं है. अपना परिचय देने में कोई दिक्कत नहीं है तो फिर रहमान को अपना परिचय यानी असली नाम बताने में क्यों दिक्कत है. साथ ही कहा कि विपक्ष के विरोध को राजनीति मंसूबा बताया. उन्होंने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकार की ओर से कांवड़ यात्रा मार्ग पर दुकान और ढाबों के मालिकों के नेम प्लेट लगाने के निर्णय का स्वागत किया.

दिल्ली में केदारनाथ धाम के नाम पर मंदिर निर्माण पर दी प्रतिक्रिया: बाबा रामदेव ने दिल्ली में बन रहे केदारनाथ मंदिर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जो देव स्थान या बड़े तीर्थ हैं, उनका कोई विकल्प हो नहीं सकता है. जो भगवान की ओर से बनाए गए धाम हैं, उन्हें इंसान नहीं बना सकता है. पौराणिक मंदिरों और तीर्थ स्थलों की प्रतिकृति नहीं बनाई जा सकती, यह गलत है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार के चारों धामों के पेटेंट का कैबिनेट में जो प्रस्ताव पारित किया है, वो स्वागत योग्य है.

वहीं, कांवड़ यात्रियों से अपील करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि कुछ कांवड़िए यात्रा में नशे का उपयोग करते हैं. भगवान भोलेनाथ को नशा छुड़ाने वाला देव माना जाता है. उन्हें भांग-धतूरा अर्पित किया जाता है. इसलिए कांवड़ में नशा करने के बजाय भोले को अपना नशा अर्पित करें. वहीं, बाबा रामदेव ने कहा कि गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरु शिष्य परंपरा की एक मजबूत कड़ी भारत में प्राचीन काल से चल रही है. माता पिता सबसे बड़े गुरु हैं.

लक्सर में मांस की दुकानें बंद करने के निर्देश: लक्सर में कांवड़ मेले में सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने सुल्तानपुर और लक्सर में चेकिंग अभियान चलाया. इस दौरान कांवड़ मेले तक सभी मांस परोसने वाले होटलों और ढाबों को बंद करने के निर्देश दिए. होटलों और ढाबों में काम कर रहे बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन भी किया.

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बाबा रामदेव का बयान (वीडियो सोर्स- ETV Bharat)

हरिद्वार/लक्सर: पतंजलि योगपीठ में बाबा रामदेव ने अपने अनुयायियों के साथ गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया. इस दौरान बाबा रामदेव ने अपने गुरु की भक्ति करने के साथ ही देश को विश्व गुरु बनाने में सहयोग करने की अपील की. इसके अलावा कांवड़ मार्ग पर दुकानों, ढाबों, ठेलियों में नाम लिखने के मामले पर बाबा रामदेव ने अपनी प्रतिक्रया भी दी. उन्होंने कहा कि 'जब बाबा रामदेव को अपना नाम लिखने में कोई आपत्ति नहीं है तो रहमान को आपत्ति नहीं होनी चाहिए.'

दुकान और ढाबों पर नेम प्लेट लगाने पर बाबा रामदेव ने कही ये बात: योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि जब स्वामी रामदेव को अपना नाम छुपाने की कोई जरूरत नहीं है. अपना परिचय देने में कोई दिक्कत नहीं है तो फिर रहमान को अपना परिचय यानी असली नाम बताने में क्यों दिक्कत है. साथ ही कहा कि विपक्ष के विरोध को राजनीति मंसूबा बताया. उन्होंने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकार की ओर से कांवड़ यात्रा मार्ग पर दुकान और ढाबों के मालिकों के नेम प्लेट लगाने के निर्णय का स्वागत किया.

दिल्ली में केदारनाथ धाम के नाम पर मंदिर निर्माण पर दी प्रतिक्रिया: बाबा रामदेव ने दिल्ली में बन रहे केदारनाथ मंदिर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जो देव स्थान या बड़े तीर्थ हैं, उनका कोई विकल्प हो नहीं सकता है. जो भगवान की ओर से बनाए गए धाम हैं, उन्हें इंसान नहीं बना सकता है. पौराणिक मंदिरों और तीर्थ स्थलों की प्रतिकृति नहीं बनाई जा सकती, यह गलत है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार के चारों धामों के पेटेंट का कैबिनेट में जो प्रस्ताव पारित किया है, वो स्वागत योग्य है.

वहीं, कांवड़ यात्रियों से अपील करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि कुछ कांवड़िए यात्रा में नशे का उपयोग करते हैं. भगवान भोलेनाथ को नशा छुड़ाने वाला देव माना जाता है. उन्हें भांग-धतूरा अर्पित किया जाता है. इसलिए कांवड़ में नशा करने के बजाय भोले को अपना नशा अर्पित करें. वहीं, बाबा रामदेव ने कहा कि गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरु शिष्य परंपरा की एक मजबूत कड़ी भारत में प्राचीन काल से चल रही है. माता पिता सबसे बड़े गुरु हैं.

लक्सर में मांस की दुकानें बंद करने के निर्देश: लक्सर में कांवड़ मेले में सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने सुल्तानपुर और लक्सर में चेकिंग अभियान चलाया. इस दौरान कांवड़ मेले तक सभी मांस परोसने वाले होटलों और ढाबों को बंद करने के निर्देश दिए. होटलों और ढाबों में काम कर रहे बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन भी किया.

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Last Updated : Jul 21, 2024, 2:17 PM IST
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