अयोध्या: प्राण प्रतिष्ठा की तर्ज पर रामनगरी अयोध्या में 8वें दीपोत्सव की सुरक्षा रहेगी. सरयू के घाट से लेकर राम मंदिर तक अभेद्य किले में तब्दील रहेगी आयोध्या. इसके लिए एटीएस और एसटीएफ के लेकर सभी सुरक्षा एजेंसियों को लगाया गया है. दीपोत्सव कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को एडीजी जोन एस.बी शिरोडकर पहुंचे अयोध्या. जहां उन्होंने आईजी प्रवीण कुमार के साथ सभी प्रमुख कार्यक्रम स्थल रामकथा पार्क, हैलीपैड स्थल, राम की पैड़ी का निरीक्षण कर अधिकारियों को चाक चौबंद इंतजाम करने के निर्देश दिए.
वहीं निरीक्षण के बाद मीडियाकर्मियों से चर्चा करते हुए एडीजी जोन एस.बी शिरोडकर ने कहा कि, दीपोत्सव हमेशा से एक महत्वपूर्ण प्रोग्राम रहा है. राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद का ये पहला दीपोत्सव है. इसलिए इसका एक विशेष महत्व है और यहां की तैयारी उसी के तर्ज पर किया जा रहा है. कार्यक्रम को देखने के लिए भारी मात्रा में श्रद्धालु पहुंचेंगे और भीड़ को कंट्रोल करना सबसे बड़ी चुनौती है. इसके साथ ही बड़ी मात्रा में होने वाली आतिशबाजी को भी सुरक्षित कराया जाना है.
एस.बी शिरोडकर ने कहा कि, 30 अक्टूबर से श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ेगी, उसी को देखते हुए तैयारी की जा रही है. इस आयोजन में तैनात होने वाले सभी अधिकारी और सुरक्षा कर्मियों को ट्रेंड किया जाएगा. पुलिस प्रशासन इस आयोजन को लेकर तैयार है. इस पूरे आयोजन में जन सामान्य की सुरक्षा और सुविधा का ध्यान रखते हुए संपन्न कराया जाएगा. सुरक्षा की जो एजेंसियां हैं जिसमें एटीएस और एसटीएफ से लेकर सभी एजेंसियां यहां पर मौजूद है.
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