धौलपुर. अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के तहत सोमवार को ऐतिहासिक दिन था. इस अवसर पर जिला अस्पताल के मातृ एवं शिशु संस्थान में 26 प्रसुताओं की डिलीवरी की गई, जिनमें 14 मेल और 12 फीमेल बच्चों ने दुनिया में कदम रखा. रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा को साक्षी मानते हुए बच्चों के नाम अधिकांश राम नाम से रखे गए. वहीं, बच्चियों के नाम सीता मां के रूप में रखे गए हैं. इस अवसर पर जिला अस्पताल में भी भक्ति का माहौल देखा गया. मिठाइयां खिलाकर डॉक्टर और मरीजों ने इस ऐतिहासिक दिन को सेलिब्रेट किया.
डॉक्टर ऋचा सिंह ने बताया कि सोमवार को अयोध्या में रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया गया था. जिला अस्पताल में भी आस्था का माहौल बना रहा. जिला अस्पताल में सोमवार को 26 प्रसूताएं डिलीवरी के लिए भर्ती कराई गई थी, जिनमे 21 प्रसूताओं की डिलीवरी नॉर्मल हुई. वहीं, पांच के ऑपरेशन के माध्यम से डिलीवरी की गई.
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ईटीवी भारत ने जिला अस्पताल में भर्ती प्रसूताओं के परिजनों से बात की. इस पर एक महिला विमला शर्मा ने बताया कि प्रसव पीड़ा होने पर बहू श्रष्टि को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. परिवार की तमन्ना थी कि 22 को ही बहू की डिलीवरी हो जाए. ऑपरेशन के माध्यम से पोती ने जन्म लिया है. रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर पोती का नाम सीता रखा गया है. तीमारदार दीक्षा ने बताया कि जिला अस्पताल में भर्ती भाभी की सकुशल डिलीवरी हुई है. राम लला के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर को साक्षी मानते हुए बच्चे का नाम राम रखा गया है.