अयोध्या : राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के एक वर्ष पूरा होने पर वर्षगांठ द्वादशी के रूप में मनाई जाएगी. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव ने बताया कि हिंदू धर्म में सभी त्यौहार भारतीय परंपरा से हिंदी तिथि पर मनाई जाती है. पौष शुक्ल प्राण प्रतिष्ठा की यह तिथि 2025 में 11 जनवरी को पड़ रही है. जिस प्रकार से विवाह पंचमी, मौनी अमावस्या, शिवरात्रि अमावस्या, एकादशी जैसे पर्व होते हैं, इसी तरह यह उत्सव भी आयोजित किए जाएंगे. प्राण-प्रतिष्ठा के बाद पहले पहले वार्षिक समारोह पर 3 दिन का कार्यक्रम आयोजित होगा. इसे हम प्रतिष्ठा द्वादशी के नाम से करेंगे.
महासचिव चंपत राय के मुताबिक राम मंदिर के वार्षिक उत्सव की तैयारी के साथ-साथ मंदिर निर्माण का कार्य निर्धारित समय अनुसार किया जा रहा है. राम जन्मभूमि परिसर में 18 अन्य मंदिरों को भी तैयार किया जा रहा है. धीरे-धीरे एक-एक मंदिरों का कार्य पूरा हो रहा है. मंदिर के चारों तरफ बनने वाले मंदिर भी निर्माणाधीन है. साथ ही माघ मेले में लाखों की संख्या में आने वाली श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर राम जन्मभूमि परिसर में तैयारी शुरू हो गई है. गुरुवार को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक हुई. बैठक में सुरक्षा, सुव्यवस्था, सुव्यवस्थित, सुचारू, सुलभ, सुगम व्यवस्था बनाए जाने पर मंथन किया गया.
एसपी सुरक्षा ब्रह्मचारी दुबे ने बताया कि आगामी तिथियां में श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए सुरक्षा रणनीतियों को और प्रभावी बनाने पर चर्चा की गई. अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सुरक्षा व्यवस्था में किसी प्रकार की चूक न हो. यह भी सुनिश्चित जाए कि मंदिर और अयोध्या के प्रमुख स्थानों पर गश्त हो और आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जाए. हमारा प्रयास है कि यहां आने वाले श्रद्धालु न केवल आध्यात्मिक शांति प्राप्त करें बल्कि उन्हें पूरी तरह से सुरक्षित वातावरण भी मिले. बैठक में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा, व्यवस्था प्रभारी गोपाल जी राव, एसएसएफ प्रभारी अभय मिश्र, सीआरपीएफ स्वतंत्र शुक्ला, पीएससी प्रभारी अनूप सिंह सहित अन्य सुरक्षा अधिकारी मौजूद रहे.