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कोटा में जन्मे 100 से ज्यादा बच्चे, प्राण प्रतिष्ठा के दिन जन्म लेने पर दिए 5100 नकद - Children Born in Kota

Ram Mandir Pran Pratishtha, अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के दिन पूरे 24 घंटे में कोटा के अस्पतालों में भी 100 से ज्यादा बच्चों का जन्म हुआ. कोटा शहर के जेके लोन अस्पताल में सबसे ज्यादा 24 घंटे में 23 प्रसव हुए. इसके बाद कोटा मेडिकल कॉलेज में 8 प्रसव हुए.

More than 100 Children Born in Kota
More than 100 Children Born in Kota
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 23, 2024, 9:51 AM IST

कोटा. भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के दिन पूरे 24 घंटे में कोटा के अस्पतालों में भी 100 से ज्यादा बच्चों का जन्म हुआ. कोटा शहर के जेके लोन अस्पताल में सबसे ज्यादा 24 घंटे में 23 प्रसव हुए हैं. जिले के निजी अस्पतालों सहित जिले के स्वास्थ्य केंद्रों पर भी प्रसव हुए. इनमें सर्वाधिक प्रसव झालावाड़ रोड स्थित निजी अस्पताल में 8 हुए हैं. रामगंज मंडी में पांच प्रसव हुए इस समय वहां पर जगदीश गुप्ता और उनकी पत्नी पार्षद अंजना गुप्ता ने सभी प्रसुताओं को बच्चों के लालन-पालन के लिए 5100 रुपए की आर्थिक मदद की.

दूसरी तरफ, जेके लोन और मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में सभी बच्चों को कपड़े मुहैया करवाए गए हैं. इसके अलावा कई लोग ऐसे थे, जिन्होंने पहले से ही राम जन्मभूमि पर श्री राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर अपने प्रसव की तारीख की तय कर ली थी. ऐसे में करीब 20 से ज्यादा सिजेरियन प्लांड भी हुए हैं, जबकि जेके लोन अस्पताल में 10 सिजेरियन और मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल में पांच सिजेरियन हुए हैं.

पढ़ें : रामलला प्राण प्रतिष्ठा : धौलपुर जिला अस्पताल में 26 बच्चों ने लिया जन्म, नाम रखे गए राम-सीता

मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल में प्रेम नगर निवासी चंद्रकला ने बेटी जन्म पर उसका नाम सिया रखा है. इसी तरह से कुन्हाड़ी निवासी शुभम जाजू ने अपने बेटे का नाम राम रखा है. इसी तरह से बारां जिले छीपाबड़ौद निवासी मनभर के भी 22 जनवरी को प्रसव हुआ. उन्होंने श्रीनाथपुरम में स्थित निजी अस्पताल में प्रसव करवाया था, जहां पर पांच लड़कियों के बाद लड़के का जन्म हुआ है.

कोटा. भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के दिन पूरे 24 घंटे में कोटा के अस्पतालों में भी 100 से ज्यादा बच्चों का जन्म हुआ. कोटा शहर के जेके लोन अस्पताल में सबसे ज्यादा 24 घंटे में 23 प्रसव हुए हैं. जिले के निजी अस्पतालों सहित जिले के स्वास्थ्य केंद्रों पर भी प्रसव हुए. इनमें सर्वाधिक प्रसव झालावाड़ रोड स्थित निजी अस्पताल में 8 हुए हैं. रामगंज मंडी में पांच प्रसव हुए इस समय वहां पर जगदीश गुप्ता और उनकी पत्नी पार्षद अंजना गुप्ता ने सभी प्रसुताओं को बच्चों के लालन-पालन के लिए 5100 रुपए की आर्थिक मदद की.

दूसरी तरफ, जेके लोन और मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में सभी बच्चों को कपड़े मुहैया करवाए गए हैं. इसके अलावा कई लोग ऐसे थे, जिन्होंने पहले से ही राम जन्मभूमि पर श्री राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर अपने प्रसव की तारीख की तय कर ली थी. ऐसे में करीब 20 से ज्यादा सिजेरियन प्लांड भी हुए हैं, जबकि जेके लोन अस्पताल में 10 सिजेरियन और मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल में पांच सिजेरियन हुए हैं.

पढ़ें : रामलला प्राण प्रतिष्ठा : धौलपुर जिला अस्पताल में 26 बच्चों ने लिया जन्म, नाम रखे गए राम-सीता

मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल में प्रेम नगर निवासी चंद्रकला ने बेटी जन्म पर उसका नाम सिया रखा है. इसी तरह से कुन्हाड़ी निवासी शुभम जाजू ने अपने बेटे का नाम राम रखा है. इसी तरह से बारां जिले छीपाबड़ौद निवासी मनभर के भी 22 जनवरी को प्रसव हुआ. उन्होंने श्रीनाथपुरम में स्थित निजी अस्पताल में प्रसव करवाया था, जहां पर पांच लड़कियों के बाद लड़के का जन्म हुआ है.

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