इंदौर। शहर के पीसी सेठी अस्पताल में सोमवार सुबह से शाम तक 18 डिलीवरी हुईं. इसमें से 16 डिलीवरी नार्मल जबकि दो डिलीवरी सीजर से हुईं. खास बात यह है कि 22 जनवरी को पैदा हुए अपने बच्चों के नाम को लेकर भी अभिभावक और बच्चों की माताएं खासे खुश नजर आईं. उन्होंने कहा कि जिस दिन भगवान राम अयोध्या में अपने घर लौट रहे हैं, उस दिन जन्म लेने वाले बच्चों का नाम कुछ और नहीं हो सकता. इसलिए अपने अपने बच्चों के नाम राम और रामलला रखे.
कुछ बेटियों के नाम अयोध्या
इस दौरान अस्पताल में जन्मी बेटियों के परिजन भी भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के दौरान अपने घर में लक्ष्मी के आगमन के कारण माता सीता से प्रेरित नजर आई कुछ महिलाओं ने अपनी बेटी का नाम अयोध्या रखा. वहीं एक अन्य महिला ने बेटी का नाम सीता रखा. नवजात बच्चों की माता के साथ मौजूद उनके परिजन भी बच्चों के नामकरण को लेकर खुश नजर आए. वहीं शहर के पीसी सिटी अस्पताल में डिलीवरी करने वाले डॉक्टर भी इस दौरान अपने आप को भाग्यशाली मान रहे हैं कि उनके सहयोग से इस ऐतिहासिक मुहूर्त में बच्चों का जन्म हुआ है.
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घर में आए रामलला
अस्पताल के मेडिकल ऑफिसर डॉ. नीलेश चंदेल के मुताबिक इंदौर के पीसी सेठी अस्पताल में यूं तो सैकड़ों बच्चों की डिलीवरी होती है लेकिन 22 तारीख का दिन गर्भवती महिलाओं के लिए सौभाग्य का दिन रहा, जिनके बच्चे का जन्म आज हो सका. वहीं बच्चों की माताओं का कहना था कि आज उनकी खुशी का भी ठिकाना नहीं है. क्योंकि उनके घर में रामलाल आए हैं. आज जहां देशभर में अयोध्या में विराजित भगवान राम का जन्मोत्सव मना रहा है तो दूसरी ओर उनके घर में भी उत्सव का माहौल है, क्योंकि उनके घर में भी आज रामलला ने जन्म लिया है.