लातेहारः वर्तमान में पर्यावरण और मौसम में जिस प्रकार बदलाव हुआ है, वह आने वाले भीषण संकट का एक संदेश है. इस वर्ष पड़ी भीषण गर्मी ने मानव को इस विषय पर सोचने को मजबूर कर दिया है. हम छोटे-छोटे प्रयास से भविष्य में पर्यावरण और मौसम को मानव जीवन के अनुकूल बना सकते हैं. लातेहार वन प्रमंडल पदाधिकारी रौशन कुमार का कहना है कि लोग अपने लाइफ स्टाइल में थोड़ी सी चेंजिंग ले आएं तो भविष्य में इसका काफी सकारात्मक असर दिखेगा.
पर्यावरण संरक्षण पर पूरे विश्व में हो रही चर्चा
दरअसल, पर्यावरण संरक्षण का मामला अब विश्व व्यापी बन गया है. कई संगठनों के द्वारा इसे लेकर अभियान भी चलाया जा रहा है. सभी को चिंता है कि यदि स्थिति नियंत्रित नहीं की गई तो आने वाले भविष्य में स्थिति और भी अधिक प्रतिकूल हो जाएगी. कुल मिलाकर कहा जाए तो पर्यावरण असंतुलन वर्तमान समय में एक बड़ी समस्या बन गई है. हालांकि इस समस्या का समाधान काफी आसान है. यदि हम अपने लाइफ स्टाइल में थोड़ा बदलाव ले आएं तो हमारा यह कदम पर्यावरण के संरक्षण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा.
छोटे-छोटे प्रयास से मिल सकते हैं सकारात्मक परिणाम
इस संबंध में लातेहार डीएफओ रौशन कुमार ने बताया कि यदि हम अपने जीवनचर्या में थोड़े-थोड़े बदलाव लाएं तो आने वाले भविष्य में यह काफी सकारात्मक परिणाम देने वाला साबित होगा. उन्होंने कहा कि यदि हम सब अपने दैनिक जीवन पॉलिथीन का उपयोग करना बंद कर दें तो आने वाले भविष्य में इसका सकारात्मक असर दिखने लगेगा. उन्होंने कहा कि यदि हम अपने जीवन में उन वस्तुओं का उपयोग करें जो ज्यादा टिकाऊ हो तो अनावश्यक कूड़ा जमा नहीं होगा. जल स्रोतों को संरक्षित करने की जरूरत
कूड़ा कम होने से पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा. इसके अलावा यदि हम अपने आसपास के जल स्रोतों को मामूली श्रमदान कर संरक्षित करें तो हमारा यह प्रयास आने वाले दिनों में सकारात्मक असर दिखाएगा. इसके अलावा प्रत्येक व्यक्ति यह संकल्प लेकर अनावश्यक रूप से पेड़-पौधों को नुकसान न पहुंचाएं, पानी का उपयोग आवश्यकता अनुसार ही करें, अनावश्यक बिजली का दुरुपयोग न करें. यह सब छोटे-छोटे प्रयास हैं जिसको अपने लाइफ स्टाइल में लाने से एक व्यक्ति भी पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.
जागरुकता के लिए सरकार चला रही है मिशन लाइफ कार्यक्रम
बताते चलें कि सरकार के द्वारा भी मिशन लाइफ कार्यक्रम चलाया जा रहा है. जिसके अंतर्गत आम लोगों को अपने लाइफ स्टाइल में कुछ चेंजिंग लाने के प्रति जागरूक किया जा रहा है. सरकार की इस पहल का असर यदि लोगों की जीवनशैली में दिखने लगेगा तो निश्चित ही आने वाले भविष्य में पर्यावरण मानव जीवन के लिए पूरी तरह अनुकूल रहेगा.
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