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पलामू जिला प्रशासन के साथ फर्जीवाड़ा, छात्राओं के परिचय पत्र के नाम पर वसूली की कोशिश! - FRAUD WITH STUDENTS

पलामू में कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूल में छात्राओं से रुपये वसूलने की कोशिश हुई है.

ATTEMPT TO CHEAT GIRL STUDENTS
पलामू डीसी शशि रंजन (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Dec 12, 2024, 9:01 PM IST

Updated : Dec 13, 2024, 8:23 AM IST

पलामू: जिला पलामू में प्रशासन के साथ ही फर्जीवाड़े की कोशिश की गई है. पलामू जिला प्रशासन को एक पत्र मिला था जिसमें कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं का परिचय पत्र जारी करने से संबंधित निर्देश जारी किए गए थे. परिचय पत्र के बदले में हर एक छात्रा से 20 रुपए शुल्क वसूलने की बात कही गई थी. यह पत्र छात्राओं को दिये गए थे और कहा गया था कि यह पत्र पलामू जिला प्रशासन की ओर से है.

यह पत्र डीसी शशि रंजन तक पहुंचा, उनको इस मामले में कुछ शक हुआ तो उन्होंने उस पत्र की पड़ताल की तो प्रथम दृष्टि में यह मामला फर्जी पाया गया. पलामू जिला प्रशासन को जो पत्र मिला था वह कार्यालय, समाज कल्याण एवं शिक्षा विकास समिति के निर्देशक की तरफ से लिखा गया था. प्रशासनिक जांच में यह बात सामने आई कि इस तरह का कोई भी विभाग है ही नहीं.

जानकारी देते पलामू डीसी (Etv Bharat)

पलामू डीसी शशि रंजन ने बताया कि समाज कल्याण एवं शिक्षा विकास समिति की तरफ से पत्र मिला था जो पूरी तरह से फर्जी है. पूरे मामले की जांच की जा रही है एवं जांच के बाद कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.

डीसी शशि रंजन ने कहा कि परिचय पत्र के नाम पर पहले भी पैसे वसूली की बात सामने आ चुकी है पूरे मामले में कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि वह आम लोगों से आग्रह करते हैं कि वह अपने बच्चों को परिचय पत्र बनवाने के नाम पर स्कूल में पैसे नहीं भेजें. जिला प्रशासन को जो पत्र मिला था, उस पत्र पर केवल रांची शिक्षा शाखा लिखा हुआ था. पत्र पर किसी प्रकार की सरकारी मुहर भी नहीं लगी हुई थी.

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पलामू: जिला पलामू में प्रशासन के साथ ही फर्जीवाड़े की कोशिश की गई है. पलामू जिला प्रशासन को एक पत्र मिला था जिसमें कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं का परिचय पत्र जारी करने से संबंधित निर्देश जारी किए गए थे. परिचय पत्र के बदले में हर एक छात्रा से 20 रुपए शुल्क वसूलने की बात कही गई थी. यह पत्र छात्राओं को दिये गए थे और कहा गया था कि यह पत्र पलामू जिला प्रशासन की ओर से है.

यह पत्र डीसी शशि रंजन तक पहुंचा, उनको इस मामले में कुछ शक हुआ तो उन्होंने उस पत्र की पड़ताल की तो प्रथम दृष्टि में यह मामला फर्जी पाया गया. पलामू जिला प्रशासन को जो पत्र मिला था वह कार्यालय, समाज कल्याण एवं शिक्षा विकास समिति के निर्देशक की तरफ से लिखा गया था. प्रशासनिक जांच में यह बात सामने आई कि इस तरह का कोई भी विभाग है ही नहीं.

जानकारी देते पलामू डीसी (Etv Bharat)

पलामू डीसी शशि रंजन ने बताया कि समाज कल्याण एवं शिक्षा विकास समिति की तरफ से पत्र मिला था जो पूरी तरह से फर्जी है. पूरे मामले की जांच की जा रही है एवं जांच के बाद कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.

डीसी शशि रंजन ने कहा कि परिचय पत्र के नाम पर पहले भी पैसे वसूली की बात सामने आ चुकी है पूरे मामले में कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि वह आम लोगों से आग्रह करते हैं कि वह अपने बच्चों को परिचय पत्र बनवाने के नाम पर स्कूल में पैसे नहीं भेजें. जिला प्रशासन को जो पत्र मिला था, उस पत्र पर केवल रांची शिक्षा शाखा लिखा हुआ था. पत्र पर किसी प्रकार की सरकारी मुहर भी नहीं लगी हुई थी.

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Last Updated : Dec 13, 2024, 8:23 AM IST
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