नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद अब आम आदमी पार्टी को अरविंद केजरीवाल की स्वास्थ्य को लेकर चिंता सताने लगी है. दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने सभी विरोधियों को जेल में डाल दिया था. फिर खुद चुनाव लड़ते हैं और जीतते हैं. ऐसा लग रहा है कि पीएम मोदी ऐसा ही कुछ करना चाह रहे हैं. वह भी सीएम केजरीवाल की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.
आतिश ने आरोप लगाया कि सीएम केजरीवाल जब ईडी की हिरासत में थे तब उनका अचानक से वजन घट गया. उन्होंने कोर्ट में 7 दिनों की अंतरिम जमानत की अपील की, ताकि मेडिकल टेस्ट करवा सकें. लेकिन ईडी जानबूझ कर केजरीवाल के मेडिकल टेस्ट नहीं होने देना चाहती है. आप नेता ने कहा कि केजरीवाल का शुगर लेवल लगातार बढ़ता चला जा रहा है. उन्होंने डॉक्टर से जांच करवाई है. डॉक्टर ने उनको कई मेडिकल टेस्ट प्रिसक्राइब किए हैं. उन्होंने न केवल टेस्ट कराने बल्कि कई सीक्वेंस प्रिसक्राइब किए हैं, जिनमें ब्लड टेस्ट, कार्डियक टेस्ट और पूरे शरीर का सीटी स्कैन करना आदि शामिल है.
आतिशी ने कहा कि क्यों डॉक्टर ने केजरीवाल को इतने टेस्ट करने के लिए प्रिसक्राइब किया है. इसलिए प्रिसक्राइब किए, क्योंकि अचानक इतना ज्यादा वजन घटने और कीटोन लेवल का बढ़ना किसी बीमारी का संकेत हो सकता है. कार्डियक प्रॉब्लम का भी कारण बन सकता है, यहां तक की कैंसर का भी इंडिकेटर हो सकता है. इन सभी बीमारियों का जल्द से जल्द पता लगाया जाना बहुत जरूरी है. इन बीमारियों का जितना जल्दी डिक्टेशन होगा, उतना ही सफल ट्रीटमेंट हो सकेगा.
मंत्री आतिशी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं पीएम से पूछना चाहती हूं कि आप क्यों मुख्यमंत्री केजरीवाल के मेडिकल टेस्ट का विरोध कर रहे हैं. यह किस तरह का षड्यंत्र और साजिश रची जा रही है. उन्होंने कहा कि डॉक्टर की ओर से प्रिसक्राइब किए गए इन गंभीर मेडिकल टेस्ट को होने नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने बीजेपी और पीएम मोदी से ये भी पूछा कि केजरीवाल की ईडी कस्टडी में ऐसा क्या किया गया कि उनका अचानक इतना ज्यादा वजन घट गया.
- ये भी पढ़ें: दिल्ली में हरियाणा की वजह से गहराया पानी का संकट, जाएंगे सुप्रीम कोर्ट: जल मंत्री आतिशी
आतिशी ने कहा कि केजरीवाल की उम्र 56 साल है. उनका पहले कभी कीटोन लेवल इतना नहीं बढ़ा, जो अब खतरनाक स्तर तक बढ़ गया है. उनका 7 किलो वजन 51 दिन की कस्टडी में घटना चिंताजनक है. उन्होंने आरोप लगाया कि तानाशाही सरकार हमेशा अपने विरोधियों के स्वास्थ्य के साथ जेल में खिलवाड़ करती है और उन्हें जान से मारने की कोशिश करती है. उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने अपने सभी विरोधियों को किस तरह से जेल में डाल दिया और फिर खुद चुनाव लड़ते हैं और जीतते हैं.