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रायपुर में सहायक शिक्षकों का सर्दी में अनोखा प्रदर्शन, कल सड़क पर निकाला था दंडवत मार्च - ASSISTANT TEACHERS PROTEST

बीएड डिग्रीधारी शिक्षकों का प्रदर्शन जारी है. सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए शिक्षक अब सर्दी में अनोखा प्रदर्शन कर रहे हैं.

Dandvat March
कड़कड़ाती सर्दी में किया प्रदर्शन (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jan 13, 2025, 7:53 PM IST

Updated : Jan 13, 2025, 8:33 PM IST

रायपुर: नौकरी से बर्खास्त किए गए बीएड डिग्री वाले सहायक शिक्षकों का प्रदर्शन जारी है. सोमवार को शिक्षकों ने एक बार फिर जोरदार प्रदर्शन किया. शासन तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए आंदोलनकारी शिक्षकों ने सर्दी में अनोखा प्रदर्शन किया. पुरुष शिक्षकों का प्रदर्शन देख महिला शिक्षकों ने आंखों पर पट्टी बांध ली. प्रदेश में आज धूमधाम से छेरछेरा पर्व मनाया जा रहा है. आंदोलनकारी शिक्षकों ने कहा कि पर्व के मौके पर हम अपनी नौकरी वापस मांगने की गुहार लगा रहे हैं.

आंदोलन पर सहायक शिक्षक: धरना प्रदर्शन कर रहे सहायक शिक्षकों का कहना है कि पर्व के मौके पर ही हम धरना प्रदर्शन कर रहे हैं ये दुर्भाग्यजनक है. नाराज शिक्षकों का कहना है कि हम इतने दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन सरकार हमारी बात नहीं सुन रही है. सरकार की ओर से कोई सकारात्मक रुख भी सामने नहीं आया है. शिक्षकों का कहना है कि एक कमेटी जरुर गठित की गई है जो हमारी मांगों को देखेगी. शिक्षकों का आरोप है कि जो कमेटी गठित की गई है उससे हम संतुष्ट नहीं हैं. शिक्षकों का कहना है कि जबतक उनको नौकरी पर वापस नहीं रखा जाएगा उनका आंदोलन जारी रहेगा.

हमें हमारी नौकरी वापस चाहिए (ETV Bharat)

कड़कड़ाती सर्दी में किया प्रदर्शन: कड़कड़ाती ठंड में प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों का कहना है कि उनको नौकरी बीजेपी और कांग्रेस ने नहीं दी थी. सरकार ने उनको नौकरी दी. डेढ़ साल काम करने के बाद उनको बर्खास्त कर दिया गया. शिक्षकों का कहना है कि उनका कोई कसूर हो तो बताएं. नाराज शिक्षकों ने यहां तक कहा कि उनसे बात करने के लिए कोई प्रतिनिधि तक सरकार का नहीं पहुंचा. शिक्षकों ने फिर दोहराया कि जबतक नौकरी वापस नहीं मिलती उनका प्रदर्शन जारी रहेगा.

शिक्षकों के परिजन भी प्रदर्शन में शामिल: नौकरी वापस दिए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों के साथ उनके परिजन भी धरने पर बैठ गए हैं. शिक्षकों का कहना है कि नौकरी जाने के बाद परिवार का पालन पोषण करना मुश्किल हो गया है. आर्थिक तंगी के चलते पूरा परिवार परेशान है. बच्चों की पढ़ाई लिखाई भी प्रभावित हो रही है. शिक्षकों का कहना है कि उनकी नौकरी सरकार वापस दे दे.

शिक्षकों के प्रदर्शन पर बोली कांग्रेस: सहायक शिक्षकों के आंदोलन पर कांग्रेस ने अपने ट्वीटर हैंडल एक्स पर लिखा कि छत्तीसगढ़ में 3 हजार शिक्षकों को नौकरी से निकाल दिया गया. ये वीडियो BJP सरकार में युवाओं की दुर्दशा और सरकार की संवेदनहीनता का सबूत है. जहां वे कड़ाके की ठंड में सड़कों पर लेटकर न्याय मांग रहे हैं. अपनी नौकरी के लिए गुहार लगा रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही. देश के युवा पहले ही बेरोजगारी, पेपर लीक और परीक्षा में धांधली से जूझ रहे हैं, ऐसे में हजारों युवाओं की नौकरी छीनकर सरकार उनका भविष्य तबाह करने पर तुली है. ये BJP का युवा विरोधी चेहरा है. जहां रोजगार के खोखले वादे कर उन्हें बेरोजगार बनाया जा रहा है. देश इन्हें कभी माफ नहीं करेगा.

खड़गे ने बोला हमला: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्स पर एक वीडियो साझा किया किया है. खड़गे ने एक्स के जरिए कहा कि प्रदर्शनकारी शिक्षक अपने निष्कासन के खिलाफ शिक्षक अनोखे तरीके से विरोध प्रदर्शन कर सड़क पर बार-बार दंडवत करते नजर आ रहे हैं. खड़गे ने आरोप लगाते हुए कहा कि युवाओं को बेरोजगारी के दलदल में धकेलने के लिए केवल मोदी सरकार और भाजपा ही जिम्मेदार हैं. खड़गे ने कहा कि डबल इंजन सरकार युवाओं पर डबल पावर से हमला कर रही है. सरकार की मिलीभगत से माफिया पेपर लीक कर देते हैं और सरकार की कोई जवाबदेही नहीं होती. भाजपा शासित राज्यों में नौकरियां नहीं मिलतीं, आरक्षित सीटें नहीं भरी जातीं और युवाओं के सपने चकनाचूर हो जाते हैं.

छत्तीसगढ़ का यह दिल दहला देने वाला वीडियो देखें, कैसे ये महिला शिक्षक कड़ाके की ठंड में विरोध करने को मजबूर हैं. भाजपा सरकार ने 3000 शिक्षकों को उनकी नौकरी से निकाल दिया है - मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस अध्यक्ष

छत्तीसगढ़ का यह वीडियो देश के युवाओं की दुर्दशा का एक छोटा सा उदाहरण है. प्रदेश में 33 हजार शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं और 1 लाख नौकरी देने का वादा करने वाली भाजपा सरकार ने 3 हजार शिक्षकों को नौकरी से निकाल दिया. ये लड़कियां नौकरी की गुहार लगाते हुए इस कड़ाके की ठंड में सड़क पर लेटकर विरोध जता रही हैं. आज उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़ समेत हर राज्य के युवा भाजपा के भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. भाजपा ने पूरे देश के युवाओं का भविष्य अंधकार में धकेल दिया है - प्रियंका गांधी वाड्रा, सांसद, कांग्रेस

रविवार को किया था दंडवत प्रदर्शन: सहायक शिक्षकों ने रविवार को रायपुर में दंडवत प्रदर्शन किया था. सैकड़ों की संख्या में शिक्षक सड़कों पर दंडवत करते हुए प्रदर्शन में शामिल हुए. बर्खास्त किए गए शिक्षक बीजेपी दफ्तर का घेराव, जल समाधि, प्रतिकात्म शव यात्रा और दंडवत मार्च कर सरकार से नौकरी वापस दिए जाने की गुहार लगा रहे हैं. शिक्षकों का कहना है कि सरकार को बातचीत करना चाहिए.

महिला शिक्षकों की बिगड़ी तबीयत, अनशन पर हैं बीएड डिग्री वाले सहायक शिक्षक
बीजेपी दफ्तर पर घंटों रोते बिलखते रहे बीएड सहायक शिक्षक, आंसू पोछने वाला नहीं मिला कोई
BEd सहायक शिक्षकों ने भगवान जगन्नाथ से लगाई गुहार, कहा- बचा लो नौकरी सरकार - Chhattisgarh BEd Assistant Teachers

रायपुर: नौकरी से बर्खास्त किए गए बीएड डिग्री वाले सहायक शिक्षकों का प्रदर्शन जारी है. सोमवार को शिक्षकों ने एक बार फिर जोरदार प्रदर्शन किया. शासन तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए आंदोलनकारी शिक्षकों ने सर्दी में अनोखा प्रदर्शन किया. पुरुष शिक्षकों का प्रदर्शन देख महिला शिक्षकों ने आंखों पर पट्टी बांध ली. प्रदेश में आज धूमधाम से छेरछेरा पर्व मनाया जा रहा है. आंदोलनकारी शिक्षकों ने कहा कि पर्व के मौके पर हम अपनी नौकरी वापस मांगने की गुहार लगा रहे हैं.

आंदोलन पर सहायक शिक्षक: धरना प्रदर्शन कर रहे सहायक शिक्षकों का कहना है कि पर्व के मौके पर ही हम धरना प्रदर्शन कर रहे हैं ये दुर्भाग्यजनक है. नाराज शिक्षकों का कहना है कि हम इतने दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन सरकार हमारी बात नहीं सुन रही है. सरकार की ओर से कोई सकारात्मक रुख भी सामने नहीं आया है. शिक्षकों का कहना है कि एक कमेटी जरुर गठित की गई है जो हमारी मांगों को देखेगी. शिक्षकों का आरोप है कि जो कमेटी गठित की गई है उससे हम संतुष्ट नहीं हैं. शिक्षकों का कहना है कि जबतक उनको नौकरी पर वापस नहीं रखा जाएगा उनका आंदोलन जारी रहेगा.

हमें हमारी नौकरी वापस चाहिए (ETV Bharat)

कड़कड़ाती सर्दी में किया प्रदर्शन: कड़कड़ाती ठंड में प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों का कहना है कि उनको नौकरी बीजेपी और कांग्रेस ने नहीं दी थी. सरकार ने उनको नौकरी दी. डेढ़ साल काम करने के बाद उनको बर्खास्त कर दिया गया. शिक्षकों का कहना है कि उनका कोई कसूर हो तो बताएं. नाराज शिक्षकों ने यहां तक कहा कि उनसे बात करने के लिए कोई प्रतिनिधि तक सरकार का नहीं पहुंचा. शिक्षकों ने फिर दोहराया कि जबतक नौकरी वापस नहीं मिलती उनका प्रदर्शन जारी रहेगा.

शिक्षकों के परिजन भी प्रदर्शन में शामिल: नौकरी वापस दिए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों के साथ उनके परिजन भी धरने पर बैठ गए हैं. शिक्षकों का कहना है कि नौकरी जाने के बाद परिवार का पालन पोषण करना मुश्किल हो गया है. आर्थिक तंगी के चलते पूरा परिवार परेशान है. बच्चों की पढ़ाई लिखाई भी प्रभावित हो रही है. शिक्षकों का कहना है कि उनकी नौकरी सरकार वापस दे दे.

शिक्षकों के प्रदर्शन पर बोली कांग्रेस: सहायक शिक्षकों के आंदोलन पर कांग्रेस ने अपने ट्वीटर हैंडल एक्स पर लिखा कि छत्तीसगढ़ में 3 हजार शिक्षकों को नौकरी से निकाल दिया गया. ये वीडियो BJP सरकार में युवाओं की दुर्दशा और सरकार की संवेदनहीनता का सबूत है. जहां वे कड़ाके की ठंड में सड़कों पर लेटकर न्याय मांग रहे हैं. अपनी नौकरी के लिए गुहार लगा रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही. देश के युवा पहले ही बेरोजगारी, पेपर लीक और परीक्षा में धांधली से जूझ रहे हैं, ऐसे में हजारों युवाओं की नौकरी छीनकर सरकार उनका भविष्य तबाह करने पर तुली है. ये BJP का युवा विरोधी चेहरा है. जहां रोजगार के खोखले वादे कर उन्हें बेरोजगार बनाया जा रहा है. देश इन्हें कभी माफ नहीं करेगा.

खड़गे ने बोला हमला: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्स पर एक वीडियो साझा किया किया है. खड़गे ने एक्स के जरिए कहा कि प्रदर्शनकारी शिक्षक अपने निष्कासन के खिलाफ शिक्षक अनोखे तरीके से विरोध प्रदर्शन कर सड़क पर बार-बार दंडवत करते नजर आ रहे हैं. खड़गे ने आरोप लगाते हुए कहा कि युवाओं को बेरोजगारी के दलदल में धकेलने के लिए केवल मोदी सरकार और भाजपा ही जिम्मेदार हैं. खड़गे ने कहा कि डबल इंजन सरकार युवाओं पर डबल पावर से हमला कर रही है. सरकार की मिलीभगत से माफिया पेपर लीक कर देते हैं और सरकार की कोई जवाबदेही नहीं होती. भाजपा शासित राज्यों में नौकरियां नहीं मिलतीं, आरक्षित सीटें नहीं भरी जातीं और युवाओं के सपने चकनाचूर हो जाते हैं.

छत्तीसगढ़ का यह दिल दहला देने वाला वीडियो देखें, कैसे ये महिला शिक्षक कड़ाके की ठंड में विरोध करने को मजबूर हैं. भाजपा सरकार ने 3000 शिक्षकों को उनकी नौकरी से निकाल दिया है - मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस अध्यक्ष

छत्तीसगढ़ का यह वीडियो देश के युवाओं की दुर्दशा का एक छोटा सा उदाहरण है. प्रदेश में 33 हजार शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं और 1 लाख नौकरी देने का वादा करने वाली भाजपा सरकार ने 3 हजार शिक्षकों को नौकरी से निकाल दिया. ये लड़कियां नौकरी की गुहार लगाते हुए इस कड़ाके की ठंड में सड़क पर लेटकर विरोध जता रही हैं. आज उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़ समेत हर राज्य के युवा भाजपा के भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. भाजपा ने पूरे देश के युवाओं का भविष्य अंधकार में धकेल दिया है - प्रियंका गांधी वाड्रा, सांसद, कांग्रेस

रविवार को किया था दंडवत प्रदर्शन: सहायक शिक्षकों ने रविवार को रायपुर में दंडवत प्रदर्शन किया था. सैकड़ों की संख्या में शिक्षक सड़कों पर दंडवत करते हुए प्रदर्शन में शामिल हुए. बर्खास्त किए गए शिक्षक बीजेपी दफ्तर का घेराव, जल समाधि, प्रतिकात्म शव यात्रा और दंडवत मार्च कर सरकार से नौकरी वापस दिए जाने की गुहार लगा रहे हैं. शिक्षकों का कहना है कि सरकार को बातचीत करना चाहिए.

महिला शिक्षकों की बिगड़ी तबीयत, अनशन पर हैं बीएड डिग्री वाले सहायक शिक्षक
बीजेपी दफ्तर पर घंटों रोते बिलखते रहे बीएड सहायक शिक्षक, आंसू पोछने वाला नहीं मिला कोई
BEd सहायक शिक्षकों ने भगवान जगन्नाथ से लगाई गुहार, कहा- बचा लो नौकरी सरकार - Chhattisgarh BEd Assistant Teachers
Last Updated : Jan 13, 2025, 8:33 PM IST
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