सिरमौर: हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर के नौहराधार में राज्य सहकारी बैंक की शाखा में सामने आए बहुचर्चित करोड़ों रुपये के घोटाले के मामले में चल रही जांच के बीच बुधवार को बैंक के चेयरमैन देवेंद्र श्याम और एमडी श्रवण मांटा ने नौहराधार का दौरा किया.
यहां उन्होंने लोगों से मुलाकात की और उपभोक्ताओं को आश्वासन दिया कि बैंक में जमा लोगों की पूंजी पूरी तरह सुरक्षित है, जिसे नियमों के मुताबिक टाइम बाउंड प्रभावित उपभोक्ताओं को लौटाया जाएगा.
राज्य सहकारी बैंक के एमडी श्रवण मांटा ने बताया "साल 2017 तक बैंक का ऑडिट किया जा चुका है. आरोपी सहायक प्रबंधक के 12 खाते सीज किए जा चुके हैं. इसके साथ-साथ आरोपी की संपत्ति को अटैच करने के लिए डीसी सिरमौर और स्थानीय तहसीलदार को लिखा गया है." उन्होंने माना कि इस तरह की घटनाओं से बैंक की छवि धूमिल हुई है.
एमडी मांटा ने कहा "करीब 63 खाताधारक इस मामले से सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं. ये संख्या बढ़ भी सकती है, क्योंकि अभी मामले की जांच जारी है. इस दौरान प्रभावित खाताधारकों ने अलग-अलग समस्याएं बैंक प्रबंधन के समक्ष रखीं, जिसे प्रबंधन ने जल्द सुलझाने का आश्वासन भी दिया."
इस मामले में बैंक प्रबंधन ने त्वरित कार्रवाई अमल में लाई है. बैंक ने ही इस घोटाले को पकड़ा. उन्होंने कहा कि बैंक की ओर से कंपनसेशन पॉलिसी लागू की गई है. इसके तहत यदि बैंक की वजह से किसी भी उपभोक्ता को कोई भी लॉस होता है, तो उसकी भरपाई टाइम बाउंड पीड़ित को की जाएगी. इस मामले में बैंक प्रबंधन की ओर से आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जा रही है. इस मौके पर राज्य सहकारी बैंक सिरमौर के निदेशक भारत भूषण मोहिल भी मौजूद रहे.
गौरतलब है कि नौहराधार बैंक शाखा में करोड़ों रुपये के घोटाले का मामला इसी माह सामने आया था, जिसकी 10 अगस्त को पुलिस थाना संगड़ाह में शिकायत दर्ज करवाई गई थी. आरोपी सहायक प्रबंधक ज्योति प्रकाश के खिलाफ बैंक प्रबंधन की तरफ से प्रारंभिक जांच के मुताबिक 4 करोड़ 2 लाख रुपये के घोटाले की शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई गई.
इसके बाद प्रबंधन की तरफ से आरोपी सहायक प्रबंधक को सस्पेंड कर दिया गया. हाल ही में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है जो फिलहाल पुलिस रिमांड पर चल रहा है.
मामले में गठित जिला पुलिस की एसआईटी भी गहनता से जांच कर रही है. पुलिस को ऑडिट रिपोर्ट का इंतजार है, जिसके बाद मामले में आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. माना जा रहा है कि इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती है.
बैंक प्रबंधन की तरफ से इस पूरे मामले में अब तक कुल 7 कर्मचारियों को सस्पेंड किया जा चुका है, जबकि 10 को नोटिस जारी किए गए हैं. यही नहीं प्रबंधन की तरफ से इस मामले की जांच को लेकर सीबीआई को भी लिखा गया है.
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