भीलवाड़ा. विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि राजस्थान विधानसभा जल्द ही डिजिटलाइज्ड होगी. जल्द ही डिजिटल चैनल की भी शुरुआत होगी. अगले 7 दिनों में व्हाट्सएप चैनल शुरू भी हो जाएगा. देवनानी ने कहा कि "हमारा प्रयास राजस्थान की विधानसभा को 40 से 45 दिन चलाने का रहेगा. उन्होंने कहा कि 'मैं सरकार से भी आग्रह करूंगा कि विधायक जो मुद्दा विधानसभा में उठाते हैं, उन मुद्दों पर सरकार ध्यान देते हुए जवाब दे'.
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी जयपुर से राजसमंद जाते समय कुछ देर के लिए भीलवाड़ा सर्किट हाउस में रुके थे. विधानसभा की कार्यवाही को लेकर उन्होंने कहा कि इस बार विधानसभा की कार्यवाही 8 दिन चली. राजस्थान के इतिहास में हमेशा श्रेष्ठ परंपरा रही है, उसको हम मेंटेन कर रहे हैं. अभी तो छोटा सेशन रहा, केवल लेखानुदान पारित हुआ. अब जुलाई के प्रथम वीक में सत्र आयोजित होगा.
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डिजिटल चैनल होगा शुरू : विधानसभा की कार्यवाही के लाइव प्रसारण के सवाल पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि "वर्तमान में विधानसभा की कार्यवाही का यूट्यूब चैनल के जरिए लाइव प्रसारण होता है. हमारी योजना है कि इसका डिजिटल चैनल प्रारंभ करें, इसके लिए प्लान बनाना शुरू कर दिया है. हम टेक्नोलॉजी की ओर बढ़ रहे हैं. हाल ही में मैं अहमदाबाद गया, वहां हर एक विधायक की टेबल पर लैपटॉप की तरह स्क्रीन लगी हुई थी, जिसमें सारे प्रश्न इस स्क्रीन पर आ जाते हैं. हम भी यह व्यवस्था शुरू करेंगे. वर्तमान में 80% पेपरलेस काम हो चुका है, 20% और काम करेंगे, जिससे बिना पेपर के विधानसभा में कार्यवाही चले."
विधानसभा को डिजिटल बनाने का प्रयास : वासुदेव देवनानी ने कहा कि "राजस्थान विधानसभा का नाम सबसे ऊंचा है, लेकिन परिवर्तन प्रकृति का नियम है. इसमें नवाचार किए जाते हैं. हम भी विधानसभा को पेपरलेस बनाने, डिजिटल चैनल बनाने, हेल्प डेस्क बनाने को लेकर प्रयास कर रहे हैं. व्हाट्सएप चैनल अगले 7 दिन में शुरू हो जाएगा." उन्होंने कहा कि पूर्व में 25 से 27 दिन विधानसभा की कार्यवाही चलती थी. अब 40 से 45 दिन चलाने का प्रयास करेंगे, जिससे अच्छी सार्थक बहस होगी. उन्होंने कहा कि एक समय विधानसभा की कार्यवाही रात को 12 बजे तक चलती थी. कुछ समय बाद शाम 5:00 बजे विधानसभा की कार्यवाही बंद हो जाती थी. 'मेरा प्रयास रहेगा कि विधानसभा की कार्यवाही में हर विधायक को चांस मिले. जब तक हमारे साथी विधायक कहेंगे तब तक हम विधानसभा की कार्यवाही सुचारू रखेंगे.'
देवनानी ने कहा कि "मै सरकार से भी आग्रह करूंगा कि विधायक जो मुद्दा विधानसभा में उठाते हैं, उन मुद्दों पर सरकार ध्यान देते हुए जवाब दे. इस बार राजस्थान के इतिहास में पहली बार सर्वदलीय बैठक हुई है. उसके सार्थक परिणाम सामने आने लगे हैं. मैं चाहता हूं कि विधानसभा में विपक्ष अपनी बात उठाए और सत्ता पक्ष को अपना काम करने दें."