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असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा- संथाल की स्थिति बहुत खराब, लोग गांव छोड़कर शहरों में रहने को मजबूर - Assam CM Himanta Biswa Sarma

Assam cm in deoghar. असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने पाकुड़ से रांची लौटने के दौरान देवघर में मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि संथाल में हालात काफी खराब है. आदिवासी सुरक्षित नहीं हैं. वो इसे लेकर राज्यपाल से मुलाकात करेंगे.

Assam CM Himanta Biswa Sarma said in Deoghar that situation in Santhal is very bad
असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Aug 2, 2024, 9:30 AM IST

Updated : Aug 2, 2024, 10:04 AM IST

देवघर: पाकुड़ से रांची लौटने के दौरान असम के मुख्यमंत्री और बीजेपी के झारखंड विधानसभा चुनाव के सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने देवघर एयरपोर्ट पर कहा कि पाकुड़ सहित संथाल परगना की स्थिति बहुत ही खराब है. जो हालत उन्होंने देखा है उन हालातों को और परिस्थितियों को राज्य के राज्यपाल के साथ साझा करेंगे.

पाकुड़ दौरे से लौटने के बाद पत्रकारों से बात करते असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा (ईटीवी भारत)
उन्होंने कहा कि पाकुड़ के तारानगर और गोपीनाथपुर के लोग अपने ग्रामीण इलाकों को छोड़कर शहरी इलाकों में रहने को मजबूर हैं. वहीं पाकुड़ के गोपीनाथपुर जाने से जिला प्रशासन द्वारा मना करने पर मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि उन्हें गोपीनाथपुर नहीं जाने दिया गया. जिला प्रशासन के आदेश का उन्होंने पालन किया, लेकिन उन्हें अब तक यह समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर जिला प्रशासन और राज्य सरकार के लोगों ने उन्हें गोपीनाथपुर जाने से क्यों रोका.

पाकुड़ से लौटने के बाद उन्होंने देवघर एयरपोर्ट पर कहा कि पूरे जिले में आदिवासियों की जमीन हड़पी जा रही है. कई लोगों के जमीन को वापस दिलवाने के लिए कोर्ट का आदेश भी जारी हो चुका है लेकिन स्थानीय पुलिस लोगों की मदद नहीं कर रही है. वहीं 26 जुलाई को पाकुड़ के केकेएम कॉलेज में आदिवासी छात्रों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्रों पर बर्बरतापूर्ण हमला किया गया है और उनके ऊपर नक्सली होने का केस लगाया गया है. इसको लेकर उन्होंने मीडिया के माध्यम से राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह किया है कि आदिवासी छात्रों पर जुल्म करना बंद करें.

वहीं झारखंड विधानसभा में चल रहे सत्र को लेकर सीएम हेमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि उनके विधायकों को जो उचित लग रहा है, उनके विधायक गण सदन में जनता के लिए आवाज रख रहे हैं. इस पर उनको कुछ बोलने की जरूरत नहीं है.

झारखंड विधानसभा के होने वाले आगामी चुनाव को लेकर सभी पार्टियां अब तैयारियों में जुट गई है. सभी राजनीतिक पार्टियां राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर रणनीति बना रही है ताकि ज्यादा से ज्यादा विधानसभा सीटों पर अपनी जीत दर्ज कर सके. भारतीय जनता पार्टी के नेता विभिन्न क्षेत्रों में जाकर अपने कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं और उन्हें चुनाव के मद्देनजर आवश्यक दिशा निर्देश देते दिख रहे हैं.

गुरुवार को दुमका में प्रमंडलीय बैठक करने पहुंचे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने देवघर एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि संथाल परगना में जो आदिवासियों की हालत है उसका सिर्फ और सिर्फ एक ही कारण है वह है झारखंड मुक्ति मोर्चा. उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा पर निशाना साधते हुए कहा कि संथाल क्षेत्र में जिस तरह से आदिवासियों की संख्या घट रही है, आदिवासी समाज के लोग संथाल क्षेत्र में प्रताड़ित हो रहे हैं लेकिन राज्य के आदिवासी कहे जाने वाले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की नजर उन पर नहीं पड़ रही है.

देवघर एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए बाबूलाल मरांडी (ईटीवी भारत)

उन्होंने जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष सह राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधते कहा कि वह सिर्फ नाम के आदिवासी मुख्यमंत्री हैं, उन्हें आदिवासियों की कोई फिक्र नहीं है. उन्होंने जो भी वादे किए थे उनमें से किसी भी वादे को उन्होंने निभाने का काम नहीं किया है. पिछले पांच वर्षों से जनता खुद को ठगी ठगी सी महसूस कर रही है और मुख्यमंत्री चुप्पी साध कर फिर से चुनाव में आने की तैयारी कर रहे हैं.

देवघर एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इस बार राज्य की जनता झारखंड मुक्ति मोर्चा और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के झूठे वादे को पूरी तरह से जान चुकी है. आगामी चुनाव में जनता अपने वोट के माध्यम से झारखंड मुक्ति मोर्चा और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जवाब देने का काम करेगी.

वहीं संथाल परगना प्रमंडल में भारतीय जनता पार्टी के कमजोर होने के सवाल पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इस बार भारतीय जनता पार्टी संथाल के ज्यादातर सीटों पर जीत प्राप्त करेगी और झारखंड में हेमंत सरकार को उखाड़ फेंकेगी.

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पाकुड़ दौरे से लौटने के बाद पत्रकारों से बात करते असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा (ईटीवी भारत)
उन्होंने कहा कि पाकुड़ के तारानगर और गोपीनाथपुर के लोग अपने ग्रामीण इलाकों को छोड़कर शहरी इलाकों में रहने को मजबूर हैं. वहीं पाकुड़ के गोपीनाथपुर जाने से जिला प्रशासन द्वारा मना करने पर मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि उन्हें गोपीनाथपुर नहीं जाने दिया गया. जिला प्रशासन के आदेश का उन्होंने पालन किया, लेकिन उन्हें अब तक यह समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर जिला प्रशासन और राज्य सरकार के लोगों ने उन्हें गोपीनाथपुर जाने से क्यों रोका.

पाकुड़ से लौटने के बाद उन्होंने देवघर एयरपोर्ट पर कहा कि पूरे जिले में आदिवासियों की जमीन हड़पी जा रही है. कई लोगों के जमीन को वापस दिलवाने के लिए कोर्ट का आदेश भी जारी हो चुका है लेकिन स्थानीय पुलिस लोगों की मदद नहीं कर रही है. वहीं 26 जुलाई को पाकुड़ के केकेएम कॉलेज में आदिवासी छात्रों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्रों पर बर्बरतापूर्ण हमला किया गया है और उनके ऊपर नक्सली होने का केस लगाया गया है. इसको लेकर उन्होंने मीडिया के माध्यम से राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह किया है कि आदिवासी छात्रों पर जुल्म करना बंद करें.

वहीं झारखंड विधानसभा में चल रहे सत्र को लेकर सीएम हेमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि उनके विधायकों को जो उचित लग रहा है, उनके विधायक गण सदन में जनता के लिए आवाज रख रहे हैं. इस पर उनको कुछ बोलने की जरूरत नहीं है.

झारखंड विधानसभा के होने वाले आगामी चुनाव को लेकर सभी पार्टियां अब तैयारियों में जुट गई है. सभी राजनीतिक पार्टियां राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर रणनीति बना रही है ताकि ज्यादा से ज्यादा विधानसभा सीटों पर अपनी जीत दर्ज कर सके. भारतीय जनता पार्टी के नेता विभिन्न क्षेत्रों में जाकर अपने कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं और उन्हें चुनाव के मद्देनजर आवश्यक दिशा निर्देश देते दिख रहे हैं.

गुरुवार को दुमका में प्रमंडलीय बैठक करने पहुंचे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने देवघर एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि संथाल परगना में जो आदिवासियों की हालत है उसका सिर्फ और सिर्फ एक ही कारण है वह है झारखंड मुक्ति मोर्चा. उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा पर निशाना साधते हुए कहा कि संथाल क्षेत्र में जिस तरह से आदिवासियों की संख्या घट रही है, आदिवासी समाज के लोग संथाल क्षेत्र में प्रताड़ित हो रहे हैं लेकिन राज्य के आदिवासी कहे जाने वाले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की नजर उन पर नहीं पड़ रही है.

देवघर एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए बाबूलाल मरांडी (ईटीवी भारत)

उन्होंने जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष सह राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधते कहा कि वह सिर्फ नाम के आदिवासी मुख्यमंत्री हैं, उन्हें आदिवासियों की कोई फिक्र नहीं है. उन्होंने जो भी वादे किए थे उनमें से किसी भी वादे को उन्होंने निभाने का काम नहीं किया है. पिछले पांच वर्षों से जनता खुद को ठगी ठगी सी महसूस कर रही है और मुख्यमंत्री चुप्पी साध कर फिर से चुनाव में आने की तैयारी कर रहे हैं.

देवघर एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इस बार राज्य की जनता झारखंड मुक्ति मोर्चा और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के झूठे वादे को पूरी तरह से जान चुकी है. आगामी चुनाव में जनता अपने वोट के माध्यम से झारखंड मुक्ति मोर्चा और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जवाब देने का काम करेगी.

वहीं संथाल परगना प्रमंडल में भारतीय जनता पार्टी के कमजोर होने के सवाल पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इस बार भारतीय जनता पार्टी संथाल के ज्यादातर सीटों पर जीत प्राप्त करेगी और झारखंड में हेमंत सरकार को उखाड़ फेंकेगी.

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Last Updated : Aug 2, 2024, 10:04 AM IST
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