जयपुर. लोकसभा चुनाव से पहले इलेक्टोरल बॉन्ड के आंकड़े सार्वजनिक होने के बाद इसे लेकर सियासी बवाल बढ़ता दिख रहा है. तमाम विपक्षी दल इस मुद्दे पर भाजपा और केंद्र की मोदी सरकार को घेरने में जुटे हैं. इस बीच राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए चुनावी चंदा लेने के मामले में भाजपा और केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को भाजपा का एक्सटॉर्शन डिपार्टमेंट तक कह दिया है.
दरअसल, अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, 'इलेक्टोरल बॉन्ड का डाटा सार्वजनिक होने के बाद भारतीय जनता पार्टी द्वारा मचाई गई लूट देश के सामने आ गई है. इलेक्टोरल बॉन्ड की जानकारी से तो ऐसा लगता है कि ED भाजपा का एक्सटॉर्शन डिपार्टमेंट बनकर रह गई है. जिन कंपनियों पर केंद्रीय एजेंसियों ने छापे मारे, उन्होंने ही भाजपा को इलेक्टोरल बॉन्ड से चंदा दिया और उन पर चल रही कार्रवाई रुक गईं.'
इसे भी पढ़ें - SBI इलेक्टोरल बॉन्ड पर गहलोत का तीखा बयान, मोदी की गारंटी को लेकर भी खड़े किए सवाल
सट्टेबाजी और जुए से जुड़ी कंपनियों से भी चंदा : अपने इसी पोस्ट में अशोक गहलोत ने आगे लिखा, 'भाजपा ने सट्टेबाजी, जुआ आदि का काम करने वाली कंपनियों तक से चंदा लिया है. ये ही भाजपा के चरित्र का सत्यापन है. कांग्रेस शुरू से कह रहे थी कि इलेक्टोरल बॉन्ड देश का सबसे बड़ा घोटाला है. अब ये देश के सामने आ गया है कि भाजपा देश की सबसे भ्रष्ट पार्टी है, जिसने भ्रष्टाचार का सरकारीकरण कर दिया है.'
इसे भी पढ़ें - Electoral Bond Controversy : SBI के सामने कांग्रेस का प्रदर्शन, विधायक और पूर्व मंत्री नहीं पहुंचे तो छलका जिलाध्यक्ष का दर्द
घाटे में चल रही कंपनियां दे रही भाजपा को चंदा : अशोक गहलोत ने अपने इसी पोस्ट में आगे लिखा, 'ऐसा पहली बार देखा गया है कि जो कंपनियां घाटे में चल रही हैं. वो भी करोड़ों का चंदा भाजपा को दे रही हैं. भाजपा के दबाव में मीडिया भी इलेक्टोरल बॉन्ड के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं दिखा रही है. यह एक लोकतंत्र में उचित नहीं है कि जनता को सच्चाई ही ना बताई जाए और गुमराह किया जाए. भाजपा का ये भ्रष्टाचार अब कैसे भी नहीं छिप सकता है.