जबलपुर। मध्य प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव को पहचानने से ही इनकार कर दिया. दरअसल अरुण यादव ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बेरसिया की एक सड़क का वीडियो वायरल किया था. जिसमें दो दिन पहले ही बनी सड़क हाथ से उखड़ते हुए एक युवक को दिखाया गया था. इसके जवाब में राकेश सिंह ने कहा कि 'कोई अरुण यादव ने वीडियो वायरल किया है.
मप्र में सड़कों के हालात ।
— Arun Subhash Yadav (@MPArunYadav) July 11, 2024
यह मामला राजधानी से सटे बैरसिया तहसील का है जहां सड़क एक हफ्ते में ही उखड़ने लगी है ।
क्या यह मोदी जी के विकास की गारंटी है, जो 1 हफ्ते में ही सड़कें टूटने लगी है ?
क्या यही वाशिंगटन से अच्छी सड़कें है ? pic.twitter.com/0DPr4kgoNR
अरुण यादव ने शेयर किया वीडियो
दरअसल, एक वीडियो सोशल मीडिया पर अरुण यादव ने शेयर किया था. जिसमें बैरसिया के पास की एक रोड दो दिन पहले ही बनाई गई थी और इस डामर रोड को एक युवक हाथ से ही उखाड़ कर अलग कर रहा है. युवक बात भी रहा है कि वह किस गांव में बनी है और कब बनी है. युवक ने अपने वीडियो में अपील की है कि इस सड़क की जांच होनी चाहिए. यह वीडियो कांग्रेस नेता अरुण यादव ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से शेयर किया था. अरुण यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर यह भी लिखा था कि 'क्या यही मोदी के विकास की गारंटी है, क्या यही वाशिंगटन से अच्छी रोड है.'
राकेश सिंह ने अरुण यादव को पहचानने से किया इंकार
जब इस विषय में मध्य प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह से जवाब चाहा गया तो 'उन्होंने पहले तो कांग्रेस नेता अरुण यादव को पहचानने से ही इनकार कर दिया. उनका कहना है कि कोई अरुण यादव ने एक वीडियो अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से वायरल किया था. वह उसकी जांच करवा रहे हैं और आज ही जांच दल बैरसिया की उस रोड पर गया है और जल्द ही गड़बड़ी करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.'
यहां पढ़ें.. बिचौलियों को निकालो, बीजेपी नेता की सीएम मोहन यादव के सामने अपनी ही पार्टी को नसीहत मुस्लिमों का धर्मांतरण कराने वाले VHP नेता को मिली 'सर तन से जुदा' करने की धमकी, जानिए पूरा मामला |
सड़कों की सही जानकारी देगा लोकपथ एप
इस मौके पर राकेश सिंह ने बताया कि 'उन्होंने लोकपथ नाम का एक एप भी जारी किया है. इसके जरिए कोई भी लोक निर्माण विभाग की मध्य प्रदेश में बनी हुई सड़क का फोटो इस एप के माध्यम से टेक कर सकता है. फोटो से उसे सड़क की लोकेशन पता लग जाएगी और यदि सड़क पर गड्ढा है, तो उसको तुरंत भरने का काम किया जाएगा. राकेश सिंह का कहना है कि 'मध्य प्रदेश की लगभग 40000 किलोमीटर लंबी सड़क इसमें जोड़ दी गई है.'