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हल्द्वानी हिंसा में आरा के युवक की गोली लगने से मौत, नौकरी की तलाश में गया था उत्तराखंड - Haldwani violence

Haldwani Violence: उत्तराखंड के हल्द्वानी में हुई हिंसा के दौरान गोली लगने से बिहार के आरा के युवक की मौत हो गई. घर की गृहस्थी संभालने के लिए नौकरी की तालाश में युवक हल्द्वानी गया था. मौत की खबर उत्तराखंड पुलिस ने दी. सूचना मिलने के बाद से पूरे परिजनों में कोहराम मच गया है.परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल है. पढ़ें पूरी खबर.

हल्द्वानी में हिंसा में युवक की मौत
हल्द्वानी में हिंसा में युवक की मौत
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Feb 11, 2024, 8:23 PM IST

भोजपुर: बिहार के आरा के एक युवक नौकरी की तलाश में उत्तरखंड के हल्द्वानी गया था. हल्द्वानी हिंसा में गोली लगने से युवक मौत हो गई. नौकरी की सूचना मिलने से पहले उत्तराखंड पुलिस की ओर से परिवार को मिली मौत की सूचना से मातम पसर गया. इसके बाद परिजन और रिश्तेदार नैनीताल पहुंचे. परिजनों ने बताया कि बेटे का शव बनभूलपुरा रेलवे स्टेशन के ट्रैक पर मिला. युवक के सिर पर कई गोलियां लगी है. पूरे परिवार पर दुःखों का पहाड़ टूट गया है और परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है.

आरा के युवक की मौत: दरअसल हल्द्वानी हिंसा में मृत युवक की पहचान आरा के सिन्हा ओपी क्षेत्र के छीनेगांव निवासी श्यामदेव सिंह के 24 वर्षीय पुत्र प्रकाश कुमार के रूप में की गई. वह हिंसा भड़कने से पिछले दो दिन पहले रोजगार की तलाश के लिए वो उत्तराखंड के नैनीताल गया हुआ था. इस दौरान वहां अचानक भड़की हिंसा में युवक को वनभूलपुरा रेलवे स्टेशन के ट्रैक पर गोली लग गई और उसकी मौत हो गई. हालांकि उपद्रवियों द्वारा चलाई गोली या फिर पुलिस फायरिंग में प्रकाश की मौत हुई है यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है.

हिंसा फैलने से दो दिन पहले गया था नैनीताल: प्रकाश के पिता श्यामदेव सिंह ने कहा कि "मेरा एकलौता बेटा था. बिहार में नौकरी नहीं मिला तो वह नैनीताल गया. जहां उसकी हिंसा में हत्या हुई है. मृतक की पांच बहने है." मृतक की माता के द्वारा बताया गया कि मेरे शादी के बाद हमलोगों को बेटा नहीं हो रहा था. जिसके वजह से हम कई देवी-देवताओं से मन्नत मांगे. उसके बाद पांच बेटी के बाद एक बेटे का जन्म हुआ था. उसका व्यवहार इतना अच्छा था कि परिवार समेत पूरे गांव के लोग उसको बहुत मानते थे.

भोजपुर: बिहार के आरा के एक युवक नौकरी की तलाश में उत्तरखंड के हल्द्वानी गया था. हल्द्वानी हिंसा में गोली लगने से युवक मौत हो गई. नौकरी की सूचना मिलने से पहले उत्तराखंड पुलिस की ओर से परिवार को मिली मौत की सूचना से मातम पसर गया. इसके बाद परिजन और रिश्तेदार नैनीताल पहुंचे. परिजनों ने बताया कि बेटे का शव बनभूलपुरा रेलवे स्टेशन के ट्रैक पर मिला. युवक के सिर पर कई गोलियां लगी है. पूरे परिवार पर दुःखों का पहाड़ टूट गया है और परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है.

आरा के युवक की मौत: दरअसल हल्द्वानी हिंसा में मृत युवक की पहचान आरा के सिन्हा ओपी क्षेत्र के छीनेगांव निवासी श्यामदेव सिंह के 24 वर्षीय पुत्र प्रकाश कुमार के रूप में की गई. वह हिंसा भड़कने से पिछले दो दिन पहले रोजगार की तलाश के लिए वो उत्तराखंड के नैनीताल गया हुआ था. इस दौरान वहां अचानक भड़की हिंसा में युवक को वनभूलपुरा रेलवे स्टेशन के ट्रैक पर गोली लग गई और उसकी मौत हो गई. हालांकि उपद्रवियों द्वारा चलाई गोली या फिर पुलिस फायरिंग में प्रकाश की मौत हुई है यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है.

हिंसा फैलने से दो दिन पहले गया था नैनीताल: प्रकाश के पिता श्यामदेव सिंह ने कहा कि "मेरा एकलौता बेटा था. बिहार में नौकरी नहीं मिला तो वह नैनीताल गया. जहां उसकी हिंसा में हत्या हुई है. मृतक की पांच बहने है." मृतक की माता के द्वारा बताया गया कि मेरे शादी के बाद हमलोगों को बेटा नहीं हो रहा था. जिसके वजह से हम कई देवी-देवताओं से मन्नत मांगे. उसके बाद पांच बेटी के बाद एक बेटे का जन्म हुआ था. उसका व्यवहार इतना अच्छा था कि परिवार समेत पूरे गांव के लोग उसको बहुत मानते थे.

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