बीकानेर. पाकिस्तान के खिलाफ कारगिल की लड़ाई को 26 जुलाई को 25 साल पूरे होंगे. कारगिल विजय की इस रजत जयंती पर सेना की ओर से रणबांकुरा ट्रेनिंग परिसर में एकदिवसीय सैन्य आयुध प्रदर्शनी लगाई गई. रजत जयंती महोत्सव की शुरुआत मंगलवार को बीकानेर में आर्मी के रणबांकुरा ट्रेनिंग कैंप परिसर में सैन्य हथियारों की प्रदर्शनी लगाई गई. स्कूली बच्चों और आमजन के लिए युद्ध में इस्तेमाल होने वाले हथियारों को नजदीक से देखने का मौका देने के उद्देश्य के साथ ही कारगिल विजय के बारे में जानकारी इस प्रदर्शनी के दौरान दी जा रही है.
जवानों ने दिखाया कौशल: सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि और पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने रंग-बिरंगे गुब्बारे उड़ा प्रदर्शनी की शुरूआत की. इसके बाद पाइप बैंड की मधुर लहरियों के साथ समारोह का आगाज हुआ. इस दौरान आमजन और स्कूली बच्चों के सामने सेना के जवानों ने युद्ध के मैदान में काम आनेवाले बीएमपी टैंक का एक्शन भी बताया. समारोह के दौरान सेना के जवानों ने मलखंब का प्रदर्शन किया. इस दौरान अलग-अलग तरह से सेना के जवानों ने अपने युद्ध कौशल का परिचय दिया.
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स्कूली बच्चों में दिखा उत्साह: सेना की ओर से इतने बड़े स्तर पर लगाई गई इस युद्ध प्रदर्शनी में प्रदर्शित किए गए हथियारों LMG गन और टैंक को देखने के लिए स्कूली बच्चों में खासा उत्साह नजर आया. समूह के रूप में पहुंचे स्कूली बच्चों ने टैंक पर चढ़कर फोटो सेशन भी करवाया.
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प्रदर्शनी देखने के लिए आए भवानी सिंह राजपुरोहित का कहना था कि निश्चित रूप से कारगिल की जीत हमारी सेना के अद्मय में साहस और शौर्य का परिणाम है. इस तरह की सैन्य प्रदर्शनी से आमजन को सेना के बारे में जानने का मौका मिलता है. उन्होंने कहा कि हमारे जवान हर मौसम और विपरीत परिस्थिति में सीमा की सुरक्षा करते हुए हमारी रक्षा करते हैं. युद्ध के मैदान में दुश्मन को जिस तरह से बार-बार धूल चटाई है, कारगिल की जीत भी उन्हीं में से एक है. इस जीत के जश्न में सेना ने आमजन को साथ में लेकर उनकी भागीदारी की है, जो की एक अच्छा कदम है.