बस्ती : जिले में अवैध रूप से असलहा बनाने वाली एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ पुलिस ने किया है. अवैध हथियार बनाने वाली यह फैक्ट्री बीच शहर में पिछले कई महीनों से संचालित हो रही थी. मुखबिर की सूचना पर छापा मारकर पुलिस ने एक युवक को तमंचा बनाते हुए गिरफ्तार किया है. वहीं, अन्य लोगों की तलाश की जा रही है. मौके से कई हथियार बरामद हुए हैं. वहीं मेरठ पुलिस ने जिम संचालक दो सगे भाइयों को जिम फैक्ट्री में असलहे बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया है.
पुलिस उपाधीक्षक सत्येंद्र भूषण तिवारी के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र के मूड़घाट चौराहे पर शशि नारायण निषाद नाम के एक व्यक्ति के घर में अवैध रूप से असलहे बनाने की सूचना मिली थी. इसके बाद एसओजी और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने छापेमारी की तो शशि नारायण अपने ही घर के ऊपरी हिस्से में बने एक कमरे में अवैध तरीके से असलहे असेंबल करते पकड़ा गया. गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में शशि नारायण निषाद उर्फ जान साहनी ने बताया कि वह अवैध असलहे की फैक्ट्री लगभग 6-7 महीने से चला रहा था. उसने अवैध तरीके से असलहे बनाने का काम यूट्यूब से सीखा था और वह महज अपने शौक की वजह से असलहे बनाता है. आरोपी के पास से मुख्य रूप से दो एयरगन की बॉडी, लकड़ी के बट्ट, दो छोटी एयरगन, देशी तमंचा, एक कारतूस, लकड़ी का पिस्टल नुमा ढांचा, एक मैगजीन कैप, चार पाइप, 5 नाल समेत असलहा बनाने के कई औजार बरामद हुए हैं.
पुलिस उपाधीक्षक सत्येंद्र भूषण तिवारी ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर जानकारी मिली थी कि मूड़घाट चौराहे पर एक घर के अंदर अवैध तरीके से की फैक्ट्री चलाई जा रही है. इसके बाद पुलिस की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए फैक्ट्री के संचालक शशि नारायण को भारी मात्रा में असलहे बनाने के उपकरणों के साथ गिरफ्तार किया गया. इस मामले में कोतवाली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया है. आरोपी से जुड़े लोगों की कुंडली खंगाली जा रही है.
मेरठ में बनाए जा रहे थे अवैध तमंचे
मेरठ के थाना इंचौली क्षेत्र के खरदोनी गांव में कासिम जिम उपकरण बनाने की फैक्ट्री में अवैध असलहे बनाने का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. इस फैक्ट्री को दो सगे भाई चलाते थे. सर्विलांस टीम और थाना इंचौली पुलिस ने रेड में 10 अवैध तमंचे, 15 अर्ध बने तमंचे, 75 तमंचों का कच्चा माल बरामद किया गया है. एसपी क्राइम अनित कुमार ने बताया कि कासिम और फरमान दोनों सगे भाई हैं. आरोपियों ने बताया कि जिम का सामान बनाने में नुकसान हो गया था. इसके बाद तमंचे बनाने शुरू कर दिए. बने हुए असलहे मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत के जिले में सप्लाई करते थे. कच्चा माल लाने और बेचने वालों की तलाश की जा रही है.
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