श्रीनगर: उत्तराखंड के एकमात्र केंद्रीय विवि हेमवंती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि में अधिकारियों के पद पिछले एक साल से खाली चल रहे हैं. इन पदों पर काम अस्थाई रूप से विवि के सीनियर प्रोफेसर देख रहे हैं. इनकी नियुक्ति अस्थाई रूप से की गई है, जिससे कहीं ना कहीं विवि के पठन पाठन पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा है.
गढ़वाल केंद्रीय विवि में अधिकारियों का टोटा: गढ़वाल केंद्रीय विवि में वर्तमान समय में कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक, वित्त अधिकारी, स्पोर्ट्स डायरेक्टर जैसे मुख्य पद खाली चल रहे हैं. विवि ने इन पदों को भरने के लिए विज्ञप्ति भी जारी की है. लेकिन केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा विवि के कुलपति के संबंध में कोई स्पष्ट डायरेक्शन ना दिए जाने पर इन पदों की नियुक्तियों पर भी संशय बन गया है. इन पदों पर फॉर्म भरने की भी लास्ट डेट 6 नवंबर यानी आज है. लास्ट डेट के बाद विवि को 60 दिनों के भीतर इन पदों को भरना होगा. ये आदेश पूर्व में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी किए गए हैं.
अस्थाई नियुक्तियों से छात्रों में नाराजगी: वहीं दूसरी तरफ गढ़वाल केंद्रीय विवि के छात्र भी अधिकारियों के पदों पर अस्थाई नियुक्तियों को लेकर खासे आक्रोश में हैं. पूर्व विवि प्रतिनिधि अंकित उछोली का कहना है कि विवि में जितने भी मुख्य प्रशासनिक अधिकारियों के पद खाली हैं, उन पर अस्थाई तौर पर विवि के सीनियर प्रोफेसर बेठे हुए हैं. इससे छात्रों के पठन-पाठन पर भी इसका प्रभाव पड़ता है. उन्होंने कहा कि विवि में परीक्षा नियंत्रक का पद तक खाली चल रहा है. इस कारण परीक्षाओं के समय उनके रिजल्ट तक में देरी हो रही है. इससे छात्रों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
कुलपति पद को लेकर भी अनिश्चय: विवि प्रतिनिधि आशीष पंत का कहना है कि वर्तमान में कुलपति पद को लेकर विवि में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है. ऐसे में विवि किस प्रकार से अन्य अधिकारियों के पद समय से भरेगा, इस पर प्रश्न चिह्न खड़े हो रहे हैं. ऐसे में छात्रों के भविष्य पर भी इसका असर पड़ेगा. साथ में विवि में अभी अध्यापकों के पद भी भरे जाने थे, जो अब वर्तमान में ठंडे बस्ते में जाते हुए दिखाई पड़ रहे हैं.
अस्थाई कुलसचिव ने ये कहा: गढ़वाल केंद्रीय विवि के अस्थाई कुलसचिव प्रोफेसर एनएस पंवार ने बताया कि विवि ने अधिकारियों के पद भरने के लिए विज्ञप्ति जारी कर दी है. फॉर्म भरने की लास्ट डेट 6 नवंबर है. कोशिश होगी कि जल्द इन पदों को भर लिया जाए. उन्होंने ये भी बताया कि फॉर्म भरने की लास्ट डेट के बाद 60 दिनों के भीतर ये पद भरने के आदेश मंत्रालय ने दिए थे. लेकिन वर्तमान में मंत्रालय ने कुलपति पद को लेकर भी कोई ठोस गाइड लाइन भी विवि को नहीं दी है. जबकि इन पदों की नियुक्ति प्रक्रिया में विवि के कुलपति की महत्वपूर्ण भूमिका होती है.
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