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शिमला में मंडियों में पहुंची सेब की पहली खेप...इतने मिले दाम, यूनिवर्सल कार्टन न मिलने से बागवान परेशान - himachal apple season

apple season राजधानी की फल मंडियों में सेब ने दस्तक देनी शुरू कर दी है. अर्ली वैरायटी का मंडी में पहुंचना शुरू हो गया है, लेकिन अभी तक बागवानों को यूनिवर्सल कार्टन बाजार में नहीं मिल रहा है और न ही सरकार इसको लेकर कोई व्यवस्था कर पाई है. ऐसे में बागवान परेशान हो रहे हैं.

शिमला में मंडियों में पहुंची सेब की पहली खेप
शिमला में मंडियों में पहुंची सेब की पहली खेप (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Jul 2, 2024, 8:00 PM IST

यूनिवर्सल कार्टन न मिलने से बागवान परेशान (ईटीवी भारत)

शिमला: राजधानी की फल मंडियों में सेब ने दस्तक देनी शुरू कर दी है. अर्ली वैरायटी का मंडी में पहुंचना शुरू हो गया है. मंगलवार को रेड जून और टाइडमैन सेब लेकर बागवान भट्टाकुफर फल मंडी पहुंचे हैं. हालांकि सेब कच्चा होने के चलते बागवानों को अच्छे दाम नहीं मिल रहे है. मंडी में आठ बॉक्स सेब के पहुंचे, जहां एप्पल का हाफ बॉक्स 350 रुपए में बिका. इसके अलावा नाशपाती सहित अन्य स्टोन फ्रूट भी मंडी में आ रहे हैं, जिसके अच्छे दाम बागवानों को मिल रहे हैं.

बागवानों को आने वाले दिनों में सेब सीजन के रफ्तार पकड़ने की उम्मीद है. 15 जुलाई के बाद ही सेब सीजन पूरी तरह से शुरू होता है. इस साल से सरकार ने यूनिवर्सल कार्टन में सेब बेचने के निर्देश जारी किए हैं. अन्य किसी बॉक्स में सेब बागवान नहीं बेच पाएंगे, लेकिन अभी तक बागवानों को यूनिवर्सल कार्टन बाजार में नहीं मिल रहा है और न ही सरकार इसको लेकर कोई व्यवस्था कर पाई है. ऐसे में बागवान परेशान हो रहे हैं. अभी बागवान टेलीस्कोपिक कार्टन में ही सेब मंडियों में लेकर आ रहे हैं.

बागवानों को नहीं मिल रहे यूनिवर्सल कार्टन

भट्टाकुफर फल मंडी के आढ़ती ज्ञान चन्द ने कहा कि नाशपाती और सेब ने मंडी में दस्तक देना शुरू कर दिया और आज मतियाणा से बागवान सेब लेकर पहुंचे हैं, लेकिन बागवानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. खासकर प्रदेश सरकार ने यूनिवर्सल कार्टन में सेब बेचने की व्यवस्था करने के फरमान तो जारी कर दिए हैं, लेकिन यूनिवर्सल कार्टन अभी फिलहाल बागवानों को नहीं मिल रहे हैं. बागवान अभी भी टेलीस्कोपिक कार्टन में ही सेब ला रहे हैं. प्रदेश सरकार को चाहिए कि जल्द से जल्द यूनिवर्सल कार्टन बागवानों को उपलब्ध करवाया जाए और इसके दाम तय करवाए जाएं, ताकि बागवानों को परेशान ना होना पड़े.

बागवानों ने किया सरकार के फैसले का स्वागत

मंडी में सेब सहित अन्य स्टोन फ्रूट लेकर पहुंच रहे बागवानों ने यूनिवर्सल कार्टन के सरकार के फैसले का स्वागत तो किया, लेकिन अभी मार्केट में यूनिवर्सल कार्टन न मिलने से बागवान निराश हैं. बागवानों का कहना है कि सरकार का ये फैसला अच्छा है, लेकिन बाजार में कहीं ये कार्टन नहीं मिल रहा है, जिसके चलते उन्हें पुराने कार्टन में ही नाशपाती, सेब लेकर आना पड़ रहा है. बागवानों ने सरकार से जल्द यूनिवर्सल कार्टन की व्यवस्था करने की मांग सरकार से की है.

ये भी पढ़ें: हिमाचल पहुंचते ही कमजोर हुआ मानसून, जानिए क्यों अलर्ट के बाद भी इस बार हो रही कम बारिश

यूनिवर्सल कार्टन न मिलने से बागवान परेशान (ईटीवी भारत)

शिमला: राजधानी की फल मंडियों में सेब ने दस्तक देनी शुरू कर दी है. अर्ली वैरायटी का मंडी में पहुंचना शुरू हो गया है. मंगलवार को रेड जून और टाइडमैन सेब लेकर बागवान भट्टाकुफर फल मंडी पहुंचे हैं. हालांकि सेब कच्चा होने के चलते बागवानों को अच्छे दाम नहीं मिल रहे है. मंडी में आठ बॉक्स सेब के पहुंचे, जहां एप्पल का हाफ बॉक्स 350 रुपए में बिका. इसके अलावा नाशपाती सहित अन्य स्टोन फ्रूट भी मंडी में आ रहे हैं, जिसके अच्छे दाम बागवानों को मिल रहे हैं.

बागवानों को आने वाले दिनों में सेब सीजन के रफ्तार पकड़ने की उम्मीद है. 15 जुलाई के बाद ही सेब सीजन पूरी तरह से शुरू होता है. इस साल से सरकार ने यूनिवर्सल कार्टन में सेब बेचने के निर्देश जारी किए हैं. अन्य किसी बॉक्स में सेब बागवान नहीं बेच पाएंगे, लेकिन अभी तक बागवानों को यूनिवर्सल कार्टन बाजार में नहीं मिल रहा है और न ही सरकार इसको लेकर कोई व्यवस्था कर पाई है. ऐसे में बागवान परेशान हो रहे हैं. अभी बागवान टेलीस्कोपिक कार्टन में ही सेब मंडियों में लेकर आ रहे हैं.

बागवानों को नहीं मिल रहे यूनिवर्सल कार्टन

भट्टाकुफर फल मंडी के आढ़ती ज्ञान चन्द ने कहा कि नाशपाती और सेब ने मंडी में दस्तक देना शुरू कर दिया और आज मतियाणा से बागवान सेब लेकर पहुंचे हैं, लेकिन बागवानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. खासकर प्रदेश सरकार ने यूनिवर्सल कार्टन में सेब बेचने की व्यवस्था करने के फरमान तो जारी कर दिए हैं, लेकिन यूनिवर्सल कार्टन अभी फिलहाल बागवानों को नहीं मिल रहे हैं. बागवान अभी भी टेलीस्कोपिक कार्टन में ही सेब ला रहे हैं. प्रदेश सरकार को चाहिए कि जल्द से जल्द यूनिवर्सल कार्टन बागवानों को उपलब्ध करवाया जाए और इसके दाम तय करवाए जाएं, ताकि बागवानों को परेशान ना होना पड़े.

बागवानों ने किया सरकार के फैसले का स्वागत

मंडी में सेब सहित अन्य स्टोन फ्रूट लेकर पहुंच रहे बागवानों ने यूनिवर्सल कार्टन के सरकार के फैसले का स्वागत तो किया, लेकिन अभी मार्केट में यूनिवर्सल कार्टन न मिलने से बागवान निराश हैं. बागवानों का कहना है कि सरकार का ये फैसला अच्छा है, लेकिन बाजार में कहीं ये कार्टन नहीं मिल रहा है, जिसके चलते उन्हें पुराने कार्टन में ही नाशपाती, सेब लेकर आना पड़ रहा है. बागवानों ने सरकार से जल्द यूनिवर्सल कार्टन की व्यवस्था करने की मांग सरकार से की है.

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