हल्द्वानी: चंपावत जिले के पाटी ब्लॉक के रमक गांव में 15 जुलाई की रात को हुई खूनी वारदात में अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है. 16 जून को सिरफिरे हमलावर की मौत हुई और एक दिन बाद 17 जून को एक जख्मी युवक की उपचार के दौरान हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हुई है. हमलावर मृतक की मां समेत दो लोग अभी भी अस्पताल में जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहे हैं.
बताया जा रहा है कि 15 जून की रात पाटी ब्लॉक के रमक गांव में सिरफिरे युवक 37 वर्षीय दयानंद जोशी ने चाकू से मां और दो ग्रामीणों पर हमला कर खुद को चाकू मारकर लहूलुहान कर लिया था. 16 जून को हल्द्वानी सुशीला तिवारी अस्पताल में दयानंद जोशी मौत हो गई थी. चाकू के हमले में गंभीर रूप से घायल शख्स 34 वर्षीय खिलानंद ने 16 जून को हल्द्वानी सुशीला तिवारी अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था.
सोमवार को दयानंद जोशी और खिलानंद के शव का पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई की गई. रमक में हुए खूनी संघर्ष में अभी दो लोग बुरी तरह घायल हैं.
जानें क्या हुआ उस रात: 15 जून की रात रमक निवासी दयानंद जोशी अपने घर से चाकू लेकर गांव के दो युवकों जीवन (24) और खिलानंद (34) को मारने के लिए निकला था. दयानंद की मां ने बेटे को जाने से रोकने की कोशिश की. इस दौरान दयानंद ने मां पार्वती देवी के पेट में चाकू मार दिया, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गई. इसके बाद दयानंद ने आवेश में आकर दोनों युवकों पर भी जानलेवा हमला किया और खुद को चाकू मारकर लहूलुहान कर लिया.
चारों घायलों को पाटी अस्पताल पहुंचाया. जहां हालत गंभीर होने पर चारों को सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर किया गया था. हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में उपचार के दौरान हमलावर समेत अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि पार्वती देवी और जीवन का उपचार चल रहा है. दोनों की हालत गंभीर बनी हुई है. घायल दोनों का सुशीला तिवारी अस्पताल में उपचार चल रहा है.
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